वाराणसी। पुलिस लाइन में शुक्रवार की सुबह साप्ताहिक परेड के बाद लंबे समय से गैरहाजिर चल रहे 1 इंस्पेक्टर सहित 16 पुलिसकर्मियों को पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने निलंबित कर दिया। जो पुलिसकर्मी निलंबित किए गए हैं उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई का भी आदेश पुलिस कमिश्नर ने दिया है। वहीं, इतनी बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों के निलंबन की कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप की स्थिति है।
11 महीने से गायब है दशाश्वमेध थाने की महिला सिपाही
पुलिस कमिश्नर ने साप्ताहिक परेड के बाद बगैर सूचना के गायब रहने वाले पुलिसकर्मियों की सूची तलब की। सामने आया कि दशाश्वमेध थाने की सिपाही कुमारी रेशमी साहनी 11 महीने से बगैर सूचना के गायब हैं। लंका थाने की सिपाही राधा राजपूत की 9 माह से कोई जानकारी नहीं है कि वह कहां हैं। दशाश्वमेध थाने का सिपाही शिवशंकर सिंह 7 महीने से और कैंट थाने का हेड कांस्टेबल रामअवतार राव 8 महीने से लापता हैं। इस तरह से 16 ऐसे पुलिसकर्मी मिले जो तनख्वाह तो ले रहे हैं, लेकिन उनके बारे में पुलिस विभाग को यह नहीं पता है कि वह कहां हैं। गायब पुलिसकर्मियों ने इस बीच विभागीय अधिकारियों या अपने रिपोर्टिंग अफसरों से भी संपर्क करने का प्रयास नहीं किया।
सभी की फाईल खोल कर कार्रवाई का आदेश दिया गया
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि सभी 16 पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के साथ ही उनकी फाईल खोलने का आदेश दिया गया है। जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर सभी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी। कमिश्नरेट सिस्टम में किसी भी भी पुलिसकर्मी की लापरवाही क्षम्य नहीं है। अगर किसी पुलिसकर्मी को कोई समस्या है तो वह अपने एसीपी, एडीसीपी, डीसीपी या एडिशनल सीपी या फिर उनसे बताएं। मगर, बगैर सूचना के ड्यूटी से गायब रहने जैसी घोर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।