वाराणसी। जिले में किशोरी के अपहरण के आरोपी युवक का शव शुक्रवार को नक्खी घाट सिंधवा पुल के समीप रेलवे ट्रैक पर मिला। सूचना पाकर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। परिजनों ने आशंका जताई है कि किशोरी के परिजनों ने युवक की हत्या कर घटना को आत्महत्या का रूप देने के लिए उसके शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया है। वहीं, जैतपुरा थाने की पुलिस ने जांच कर कार्रवाई की बात कही है।
कार मालिक की बेटी से कर बैठा था मुहब्बत
दोषीपुरा निवासी बिलाल अहमद का बेटा मोहम्मद कामिल (23) नक्खीघाट निवासी एक व्यक्ति के घर पर बीते 10 माह से ड्राइवर का काम करता था। काम करने के दौरान ही उसे कार मालिक की नाबालिग बेटी से प्यार हो गया। दोनों बीती 2 अगस्त को घर छोड़ कर वाराणसी से चले गए थे। इस संबंध में 2 अगस्त को ही जैतपुरा थाने में किशोरी के भाई ने कामिल और उसके एक दोस्त इम्तियाज अहमद के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। किशोरी के भाई का आरोप था कि उसकी बहन और कामिल उसके घर से 4 लाख रुपए और जेवर ले गए हैं। रुपए और जेवर के चक्कर में कामिल और उसका दोस्त कहीं उसकी बहन की हत्या न कर दे।
रात में घर से निकला तो फिर नहीं लौटा
जैतपुरा थाने की पुलिस मुकदमा दर्ज कर कामिल, उसके दोस्त और किशोरी की तलाश कर रही थी। इसी बीच किशोरी के परिजनों को पता लगा कि उनकी बेटी और कामिल अमेठी में रह रहे हैं। गुरुवार को किशोरी के परिजन अमेठी जाकर अपनी बेटी को ले आए। वहीं, कामिल ने अपने पिता बिलाल को फोन कर बताया कि उसे किशोरी के घर के लोगों ने बहुत मारापीटा है। इस पर बिलाल भी अमेठी जाकर बेटे को शाम के सयम घर ले आए। रात 8 बजे कामिल घर से निकला तो वापस नहीं लौटा। इसके बाद न जाने कैसे शुक्रवार को कामिल का शव रेलवे ट्रैक पर पड़ा मिला। बिलाल ने आरोप लगाया कि उनके बेटे की हत्या की गई है। उसकी हत्या करने के बाद शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया।
उधर, इंस्पेक्टर जैतपुरा शशिभूषण राय ने बताया कि युवक का शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है। युवक के परिजनों ने उसकी हत्या की आशंका जताई है। उन्हें आश्वस्त किया गया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट होने पर मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।