लखनऊ। प्रदेश में कोरोना का कहर जारी है। हाल ही में हुए पंचायत चुनावों के बाद गांवों में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। इसे देखते हुए राज्य सरकार 10 मई के बाद भी लॉकडाउन जारी रखने की प्लानिंग कर रही है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि अभी हफ्ते भर के लॉकडाउन के चलते प्रदेश के एक्टिव केसों में 50 हजार से ज्यादा की कमी आई है। सरकार तुरंत लॉकडाउन से ढील देकर कोई जोखिम नहीं लेना चाहती। सरकार के कुछ अफसरों ने ‘दैनिक भास्कर’ को बताया कि अगले एक-दो दिनों में लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला हो सकता है।
कई बार लॉकडाउन के लिए मना कर चुके थे योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले महीने तक प्रदेश में लॉकडाउन लगाने के सख्त खिलाफ थे। इसी के चलते सरकार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस फैसले को भी सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे दी थी, जिसमें कोर्ट ने संक्रमण रोकने के लिए प्रमुख शहरों में लॉकडाउन लगाने के आदेश दिए थे। हालांकि बाद में सरकार को वही करना पड़ा जो हाईकोर्ट ने कहा था। अब सरकार का भी मानना है कि लॉकडाउन के चलते कोरोना के हालात काबू में हैं। बीते छह दिन में कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या बढ़ी है तो नए केस में गिरावट शुरू हो गई है। आंकड़ों पर नजर डालें तो 30 अप्रैल को 3.10 लाख से ज्यादा एक्टिव केस थे। अब ये घटकर 2.54 लाख हो गए हैं।
गाइडलाइन में इन लोगों को मिली है छूट
औद्योगिक गतिविधियों के लिए छूट- यानी आप किसी कंपनी या फैक्ट्री पर काम करते हैं तो I-card दिखाकर आ-जा सकेंगे।
मेडिकल व आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति से जुड़े परिवहन।
डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ, अस्पताल के अन्य कर्मचारी, मेडिकल दुकान व व्यवसाय से जुड़े लोग।
ई-कॉमर्स ऑपरेशन्स यानी आप ऑनलाइन पोर्टल से जरूरी सामान आर्डर कर सकेंगे। डिलीवरी में कोई दिक्कत नहीं होगी।
मेडिकल इमरजेंसी, दूरसंचार सेवा, डाक सेवा, प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक एवं इंटरनेट मीडिया से जुड़े कर्मचारियों को ई-पास बनवाने की जरूरत नहीं होगी। वे अपने संस्थान का परिचय पत्र दिखाकर आ-जा सकेंगे।