मुजफ्फरनगर। किसान आंदोलन के बीच पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा की मुश्किलें और बढ़ती दिखाई दे रही हैं। यह मुश्किलें किसी और नहीं केंद्रीय मंत्री और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कद्दावर जाट नेता संजीव बालियान के भाई ने ही बढ़ा दी हैं। केंद्रीय मंत्री को अपने ही घर में सियासी मशक्कत करनी पड़ रही है। लंबे समय तक संघ से जुड़े रहे केंद्रीय मंत्री के चचेरे भाई सतेंद्र बालियान नरेश टिकैत के साथ मिल गए हैं। यही नहीं उन्होंने मुजफ्फरनगर से जिला पंचायत अध्यक्ष की दावेदारी भी ठोक दी है। यह दावेदारी किसान नेता नरेश टिकैट के साथ मिलकर की गई है। यानी अब सतेंद्र बालियान संयुक्त विपक्ष के कैंडीडेट हो गए हैं। जबकि केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने पहले से ही डॉ. वीरपाल निर्वाल को प्रत्याशी घोषित कर रखा है।
संजीव बालियान बोले- राजनीति अलग, परिवार अलग है
इस मामले में संजीव बालियान ने कहा कि मेरा अपने परिवार के प्रति बहुत गहरा रिश्ता और प्यार है। हालांकि मेरे दो भाई वैश्विक महामारी कोरोना के चलते अब इस दुनिया में नहीं रहे। लेकिन सतेंद्र बालियान से मेरा बहुत लगाव है परिवार अपनी जगह है और राजनीति अपनी जगह। मैं अगर भारतीय जनता पार्टी में जनप्रतिनिधि के रूप में मुजफ्फरनगर की जनता के लिए विकास कार्य की बात करता हूं और मेरे भाई किसी दूसरी पार्टी में रहकर जनता के लिए कुछ करना चाहते हैं तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। एक ही परिवार में कई सदस्य होते हैं सबका अलग अलग व्यवहार होता है और सबका अलग-अलग कर्म होता है।
सिसौली की पंचायत में हुआ फैसला
सतेंद्र बालियान को संयुक्त विपक्ष का प्रत्याशी सिसौली में आयोजित सर्वसमाज की पंचायत में घोषित किया गया। यह पंचायत राकेश टिकैत के भाई नरेश टिकैत ने आयोजित की थी। पंचायत में भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत की मौजूदगी में सतेंद्र बालियान को जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रत्याशी घोषित किया गया है। जिला पंचायत के 21 सदस्यों ने हिस्सा लिया।सतेंद्र बालियान वार्ड 18 से जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुए हैं और उन्होंने सिसौली में भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत की मौजूदगी में भाकियू की सदस्यता ली है।
ढाई-ढाई साल रहेंगे जिला पंचायत अध्यक्ष
पंचायत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि वर्तमान में सत्येंद्र बालियान जिला पंचायत अध्यक्ष पद के प्रत्याशी होंगे, जो विजयी होने पर ढाई वर्ष तक जिला पंचायत अध्यक्ष रहेंगे, जबकि अगले ढाई साल बाद सईदुज्जमा की पत्नी तहसीन बानो को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया जाएगा। सतेंद्र बालियान ने भारतीय किसान यूनियन में शामिल होने की घोषणा करते हुए कहा कि किसान मसीहा चौ. टिकैत साहब का आदेश मेरे लिए पत्थर की लकीर है। ढाई वर्ष बाद मैं खुद ही अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दूंगा। जिसका सभी सदस्यों ने स्वागत किया। सतेंद्र बालियान को जिला पंचायत अध्यक्ष का उम्मीदवार घोषित किया।
सतेंद्र संघ के सदस्य और भाजपा कार्यकर्ता रहें हैं
सतेंद्र बालियान केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के चचेरे भाई हैं वह कई वर्षों से राष्ट्रीय संघ सेवक संघ से जुड़े रहे हैं। साथ ही संजीव बालियान के साथ वह भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं। उनके बड़े भाई जितेंद्र बालियान अभी हाल ही में हुए ग्राम पंचायत चुनाव में निर्विरोध चुने गए थे। जिला पंचायत सदस्य की सीट पर सतेंद्र बालियान जीते थे। सतेंद्र बालियान ग्राम पंचायत चुनाव के दौरान कोरोना से संक्रमित हो गए थे और चुनाव के दौरान वह घर में आइसोलेशन में थे। इसके बाद उनके भाई जितेंद्र बालियान भी कोरोना से संक्रमित हो गए और उनके सबसे बड़े भाई राहुल बालियान भी संक्रमित हो गए थे। पिछले महीने उनके दो भाई राहुल बालियान और जितेंद्र बालियान की कोरोना से मौत हो गई थी। सतेंद्र बालियान अब घर में अकेले मुखिया के रूप में हैं। सतेंद्र बालियान ने जिला पंचायत सदस्य चुनाव से पहले कभी कोई चुनाव नहीं लड़ा। संजीव बालियान से उनका बहुत नजदीकी रिश्ता रहा है चचेरे भाई होने के कारण हमेशा संजीव बालियान अपने चचेरे भाइयों के साथ अपने पैतृक गांव कुटबी मैं अधिकतर समय बिताते हैं।