मुंबई। HBCNews.in
किसान आंदोलन पर बात करने के लिए पॉप सिंगर रिहाना एवं पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग समेत अन्य विदेशी सेलिब्रिटी के ट्वीट के बाद इस मामले में भारत सरकार ने जवाब दिया था, जिसके बाद ही सचिन तेंदुलकर, लता मंगेशकर समेत कई सारे सेलिब्रिटी ने किसान आंदोलन पर ट्वीट कर अपनी बात रखी। इस क्रम में कुछ लोगों ने किसान आंदोलन व विदेशी कलाकारों के ट्वीट का समर्थन किया तो कुछ ने विदेशी कलाकारों के ट्वीट के खिलाफ बोला।
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तेंदुलकर समेत सभी हस्तियों के ट्वीट्स की होगी जांच:
मालूम हो कि इस मामले में विवाद अब इतना बढ़ गया है कि महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे की सरकार ने अपनी एजेंसी को सचिन समेत सभी हस्तियों के ट्वीट्स को लेकर जांच के आदेश दिए हैं। माना जा रहा है कि इंडिया टुगेदर और इंडिया अगेंस्ट प्रोपेगैंडा के हैशटैग लगाकर ट्वीट करने वाले लोगों पर बाहरी दवाब था, अब इस मामले को ध्यान में रखकर सरकारी संस्था जांच करेगी।
इंटेलिजेंस विभाग अपने स्तर से करेगी ट्वीट्स की जांच:
महाराष्ट्र सरकार ने कहा है राज्य सरकार की इंटेलिजेंस विभाग अपने स्तर से इस मामले की जांच करेगी। विभाग इस बात की जांच करेगा कि क्या इन सितारों ने किसी दबाव में आकर ट्वीट्स किए थे। इन ट्वीट्स की शिकायत कांग्रेस ने की थी और आरोप लगाया था कि ज्यादातर ट्वीट्स का एक ही पैटर्न था।
सरकार को लता, सचिन की प्रतिष्ठा को दांव लगाने का हक नहीं: मनसे
उद्धव सरकार के जांच वाले फैसले के बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने केंद्र सरकार को लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर को उसके रुख के समर्थन में ट्वीट करने के लिए नहीं कहना चाहिए था और उनकी प्रतिष्ठा को दांव पर नहीं लगाना चाहिए था। अब उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रॉलिंग का सामना करना पड़ेगा।