बाराबंकी। जिले में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था और डाक्टरों की लापरवाही के चलते एक 5 माह की बच्ची की जान चली गई। बच्ची की मौत के बाद उसके माता-पिता ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा काटा। जिसकी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने आक्रोशित परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया। वहीं, इस मामले में सीएमओ जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं।
मामला सिरौलीगौसपुर स्थित संयुक्त चिकित्सालय का है। आरोप है कि परिजन जब अस्पताल पहुंचे तो इमरजेंसी में कोई डॉक्टर नहीं था। परिजन डॉक्टरों को 2 घंटे तक खोजते रह गए। इस बीच उनकी बच्ची की मौत हो गई।
इलाज मिल जाता तो नहीं जाती बच्ची की जान
कोतवाली बदोसरांय के तासीपुर गांव निवासी संदीप कुमार शुक्ला ने बताया कि उनकी 5 माह की बच्ची नित्या घर में रविवार को तख्त पर सो रही थी। इसी दौरान वह नीचे जा गिरी और बेहोश हो गई। परिवारीजन उसे तत्काल लेकर संयुक्त चिकित्सालय पहुंचे, लेकिन इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर नहीं मिले। परिजन इधर-उधर दौड़ते रहे। उधर, बच्ची की मौत हो गई। परिवार का कहना है कि अगर समय रहते बच्चे को इलाज मिल गया होता तो उसकी जान न जाती।
पुलिस ने लिखित शिकायत ली, तब माने परिजन
परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। बच्ची के माता-पिता इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग करते रहे। वहीं, मामले की सूचना पर पहुंची पुलिस ने हंगामा कर रहे आक्रोशित परिवारीजनों को किसी तरह समझा-बुझाकर शांत कराया। बच्ची के माता-पिता से मामले की लिखित शिकायत लेकर पुलिस ने कार्रवाई की बात कही, तब जाकर वह किसी तरह शांत हुए।
मांगी गई रिपोर्ट, होगी कार्रवाई
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर बीकेएस चौहान ने बताया कि पूरे मामले के जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।