चन्द्रवंशी गोप सेवा समिति जलाभिषेक की बैठक स्प्सिटी कार्यलय में प्रशासन के बीच होई बैठक में सावन के प्रथम सोमवार को बाबा विश्वनाथ सहित नो शिवालयो पर यादव बन्धों द्वारा होने वाले जलाभिषेक के बारे में वार्ता होई वार्ता में समिति व प्रशासन के बीच सहमति बनी की समिति का प्रीतक चिन्ह पीतल के ध्वज व डमरू सहित 11 लोग 1932 की परंपरा का निर्वहन करे गे व समिति के लोगो ने सभी नो शिवालयों पर समुचित साफ सफाई व्यवस्था व रास्तो को दुरुस्त कराने की मांग की है इस साल जलाभिषेक करने का मुख्यउदेश भारत कोरोना मुक्त हो देश मे खुशहाली आए!
आपदा खत्म हो समाज एकजोट हो और भगवान श्री कृष्ण के उद्देश्य अनुसार एकजोटता कायम हो समाज की कृतियां दूर हो इन सब विषय पर जलाभिषेक करने का मुख्य उद्देश्य रहे गा जलाभिषेक की शुरुवात 1932 में जब भारत देश के अंदर अकाल आया था और पशु पंछी जल बिना मर रहे थे तब भी बनारस के यादव समाज के सरदार स्व०भोला सरदार व स्व०चुनी सरदार जी बाबा भोलेनाथ जी को प्रसन्न करने के लिए बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक किया और जलाभिषेक उपरांत ही जबरदस्त जोरदार बारिश होई तब से जलाभिषेक की आस्था बढ़ती गई वर्त्तमान में जलाभिषेक का नेतृत्व स्व०भोला सरदार के पुत्र लालजी यादव कर रहे है वर्तमान में समिति के अध्यक्ष भी है बैठक में मुख्य रूप से उपस्थित admcity स्प्सिटी co दशाश्वमेध co कोतवाली जलाभिषेक सम्बंधित थाने के इंस्पेक्टर व अधिकारी के साथ समिति के अध्यक्ष लाल जी यादव शालनी यादव दुर्गा सरदार बाले सरदार राजू यादव मनोज यादव पार्षद बली सरदार विनय यादव( महानगर अध्यक्ष) मनोज यादव (हड़हा) मनीष यादव आयुष्मान यादव अनिल यादव|