जोधपुर। कोरोना वैक्सीन की चालीस हजार डोज पहुंचने के साथ टीका उत्सव ने मंगलवार से एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली। हालांकि वैक्सीन के अभाव में बेरंग हुए टीका उत्सव की साइट अब घटाकर महज पचास तक सीमित कर दी गई है। इसमें से अधिकांश शहरी क्षेत्र की है।
जोधपुर में वैक्सीन की कमी के कारण टीका उत्सव अपनी पटरी से उतर गया था। जोधपुर में सोमवार को सिर्फ 28 साइट पर ही लोगों के वैक्सीन लग पाई। आरसीएचओ डॉ. कौशल दवे ने बताया कि सीमित वैक्सीन के चलते 28 साइटों पर 3135 को टीका लगाया गया। इनमें 21 हेल्थवर्कर, 238 फ्रंटलाइनर, 45-59 साल के 1660 और 60 साल के 534 बुजुर्ग को पहली डोज लगाई गई। वहीं 27 हेल्थ वर्कर, 59 फ्रंटलाइनर, 45-59 उम्र के 105 और 60 साल से अधिक उम्र के 491 बुजुर्गों को दूसरी डोज लगाई गई।
बता दें कि जोधपुर में 45 वर्ष से अधिक आयु के करीब साढ़े दस लाख लोगों के वैक्सीन लगाई जानी है, लेकिन अभी तक साठ वर्ष से अधिक आयु के सिर्फ 53 फीसदी लोगों ने ही वैक्सीन लगवाई है। जबकि इनका अभियान एक मार्च से शुरू हो चुका था। वहीं 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों के लिए एक अप्रैल से शुरू हुए वैक्सीनेशन अभियान में अभी तक महज 28 फीसदी लोग ही वैक्सीनेशन करवा पाए है। ऐसे में वैक्सीनेशन को रफ्तार देने का प्रयासों पर वैक्सीन की कमी के कारण ब्रेक लग गया। अब कल शाम चालीस हजार डोज जोधपुर अवश्य पहुंच गई है, लेकिन यह सिर्फ दो दिन के लिए ही पर्याप्त है। सीएमएचओ डॉ. बलवंत मंडा ने कहा कि और वैक्सीन मंगाने के प्रयास जारी है। हमारा पूरा प्रयास है कि वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाई जाए। ताकि कोरोना को नियंत्रित करने में सुविधा हो सके।