वाराणसी। लघु उद्योग भारतीय संगठन की बैठक कभी चौराहा वाराणसी के स्थित कार्यालय पर हुई काशी प्रांत के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने मंत्री के निर्णय का विरोध करते हुए बताया कि खुदरा एवं थोक व्यापार को लघु उद्योग के समान घोषित करना तथा एमएसएमई के लिए सरकारी प्रावधानों के अनुसार उन्हें भी प्राथमिकता के आधार पर लाभ छूट देने की घोषणा कार्य स्पष्ट बात रही है कि सरकार मंत्रालय के स्तर पर उद्योग और व्यापार के संरचना गधी भी सिलता व्यवहार संक्षेप में कहें तो व्यवसाय मौलिक अंतर की समझ अनुपस्थित है।
संगठन के अध्यक्ष मनोज मद्धेशिया ने कहा कि धन अर्जन के दोनों ही माध्यम हैं, किंतु किसी वस्तु या सेवा का निर्माण और वितरण केवल किसी वस्तु की खरीद बिक्री से ही बहुत भिन्न है आशा है कि संबंधित मंत्रालय के मंत्री सलाहकार विशेषज्ञ तथा अधिकारी इस विषय पर गंभीरता से पुनर्विचार करें और इस असंगत प्रावधान को तत्काल वापस ले आनंद जयसवाल सचिव फूट डिवीजन ने कहा कि कोविड-19 के कारण लघु उद्योग दबाव में हैं ऐसे समय में इस प्रकार की घोषणा कटे पर नमक जैसा है। हम व्यापारी विरोध में बिल्कुल नहीं है लेकिन उनका स्वस्थ विकास जी देश के लिए आवश्यक है किंतु सरकारी नीतियों में लघु उद्योग के साथ व्यापार का घालमेल लघु उद्योग को और भी संकट में डाल देगा यह स्पष्ट है, निवेदन है कि व्यापार के विकास और संवर्धन के लिए एक अलग मंत्रालय विभाग की स्थापना की जाए और उनके हित में नीतियों के निर्माण करने व लागू करने की एक स्वतंत्र व्यवस्था की जाए लघु उद्योग भारतीय काशी प्रांत देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वदेशी उत्पादन ओं के लिए आवश्यक एमएसएमई मे ट्रेडिंग को शामिल करके तेजस को उद्यमी का दर्जा देने के निर्माण का विरोध करती है और तत्काल प्रभाव से इस निर्णय को वापस लेने का आग्रह करती है जिसमें मुख्य रुप से दिनेश गुप्ता दीनानाथ बरनवाल कृष्ण पुरुलिया अनिल बंसल तपेश रस्तोगी मनोज बेरी ज्योति शंकर मिश्रा अरुण सिंह राजकुमार यादव राजेश पांडे ने चर्चा में भाग लिया।