पटना। लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्या के सोशल मीडिया एकाउंट पर 10-12 घंटों के लिए रोक लगाई थी। लेकिन वह एक बार फिर शनिवार की सुबह से ही एक्टिव हो गई हैं। BJP के राज्य सभा सांसद सुशील कुमार के कंप्लेन पर ऐसा किया गया था। इसकी जानकारी सोशल मीडिया के हेडऑफिस ने सुशील मोदी को भेजी भी थी। रोहिणी आचार्या सुशील मोदी के बयान पर तब भड़क गईं थी जब सुशील मोदी ने कहा था कि – ‘ तेजस्वी यादव के परिवार में दो बहनें MBBS डाक्टर हैं। कोरोना संक्रमण के दौर में उनकी सेवाएं क्यों नहीं ली गईं?
नौटंकीबाज किसका परिवार है?
रोहिणी ने शनिवार की सुबह लिखा- लो मैं फिर से आ गई… बिहार की जनता की आवाज बनकर…। रोहिणी ने सुशील मोदी की कजन रेखा मोदी से जुड़े वीडिया का लिंक शेयर करते हुए लिखा कि किसकी बहन ने थाने में बवाल काटा था? उन्होंने आगे लिखा कि- नौटंकी बाज किसका परिवार है… दो बोरी चावल की खातिर… मानसिक आपा खो दिया… एक दुकानदार बेचारे को पटना के बाजार में दांत काटी… थाने में लोट-लोट कर.. नागिन की भांति नाच किया… बोलो कौन?
जनता लगी लताड़ने तो खटकने लगा..
सुशील मोदी पर शनिवार को भी वह उबलती रहीं। लिखा- सत्ता की मलाई चाट-चाट कर…गरीब मजदूरों का निवाला खाकर…लालू चालीसा पढ़ते रहे.. घोटाले पर घोटाले करते रहे…जब फूट गया इनका भांडा…जनता लगी इनको लतारकने…तब सोशल मीडिया लगा इनको खटकने…जवाब दो डबल इंजिन…15 वर्षों में तुमने क्या-क्या किया?
उन्होंने लालू प्रसाद की विचारधारा की बात भी की और कहा – ‘ मानसिक गुलामी से आजाद किया…जीवन जीने का सम्मानजनक अधिकार दिया….जो मानिसिक गुलामी से आजाद हो जाता है… उसे आर्थिक आजादी खूब मिल जाती है।’ इससे पहले रोहिणी के उस बयान ने बिहार की राजनीति में बवाल मचा दिया था जिसमें उन्होंने सुशील मोदी को आकर थूर देने की बात की थी।
पूरा परिवार गाली-गलौज वाली भाषा में बात करता है
सुशील मोदी ने रोहिणी के बयानों पर कहा है कि तेजस्वी यादव का पूरा परिवार गाली-गलौज वाली भाषा में ही बात करता है। मेरे छोटे भाई की कोरोना से मौत हो गई। मैं पीड़ा को महसूस करता हूं। मैंने तो किसी तरह की गलत टिप्पणी नहीं की। मैंने तो सिर्फ यही कहा कि तेजस्वी यादव की दोनों डॉक्टर बहनों को बिहार आकर सेवा देनी चाहिए।