आगरा। जिले में बुधवार को थाना बाह क्षेत्र में एक युवक ने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा लिया। लपटों से घिरे युवक को देखकर लोग दौड़े और आग पर काबू पाया। आनन-फानन में उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां से उसे एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। परिजनों के अनुसार, कोरोना में लाॅकडाउन के चलते उसकी नौकरी छूट गई थी। इससे वह डिप्रेशन में था।
कंप्यूटर हार्डवेयर कंपनी में था सुपरवाइजर
थाना बाह के दादोपूरा गांव निवासी सतीश पुत्र कमलेश (30 साल) के पिता किसान हैं। सतीश अपने तीन भाइयों और एक बहन में दूसरे नंबर का है। वह शादीशुदा है। उसकी शादी डेढ़ साल पहले हुई थी। सतीश दिल्ली की एक कंप्यूटर हार्डवेयर कंपनी में सुपरवाइजर था। लेकिन पिछले साल कोरोना महामारी फैलने के बाद जब लॉकडाउन लगा तो उसकी नौकरी छूट गई। इससे वह डिप्रेशन में चला गया। परिजन उसका आगरा के मानसिक अस्पताल से इलाज भी करवा रहे हैं।
70 फीसदी झुलसा युवक
बुधवार को वह घर के बाहर टहल रहा था। इसी दरम्यान वह घर के भीतर गया, जहां उसने बिजली का तार पकड़कर खदकुशी करने का प्रयास किया। लोगों ने उसे पकड़ लिया। काफी समझाने-बुझाने के बाद वह शांत हो गया। उसके एक घंटे के बाद वह पेट्रोल से भरी एक बोतल ले आया और उसने खुद पर पेट्रोल उड़ेलकर आग लगा ली। लपटें तेज हुईं तो वह चीखने लगा। उसकी चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग दौड़े। आग पर काबू पाते हुए उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों के अनुसार, सतीश करीब 70 फीसदी झुलसा है।