वाराणसी। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अजीबो गरीब विडंबना देखने को मिल रहा है जहां खुद यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ खुद मंदिर और मस्जिद को लेकर कवायद करते रहते हैं तो वही गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल पेश करने वाले काशी में इन दिनों मंदिरों के अस्तित्व खत्म होने के कगार पर है बता दे पीडब्ल्यूडी के द्वारा रोड के चौड़ीकरण जेपी मेहता से लेकर सेंट्रल जेल तक फोरलेन होना है।
जिसके 9 मंदिर आ रही है जिसको लेकर विगत रामापुर वही पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने कहा था कि इसको पुनर्स्थापित किया जाएगा लेकिन वर्तमान समय में मंदिरों की स्थिति दयनीय हो गई है और यह सारी मंदिर जीवंत होने के बाद ही लगभग सड़क के नीचे चली गई है जिसके बाद बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी जोकि मंदिर और मस्जिद के लिए ही विश्व प्रख्यात है सवालिया निशान यहां के व्यवस्थाओं पर खड़ी हो रही है। इसकी स्थिति इन तस्वीरों के माध्यम से साफ नजर आ रही वही मीडिया ने जब स्थानीय पार्षद से बात किया तो उनका कहना है कि पुनर्स्थापना को लेकर हमने पूर्व में ही पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ बैठक कर रखी है लेकिन अभी तक कोई पॉजिटिव रिजल्ट सामने नहीं आ रहा है और उम्मीद है जल्द से जल्द इन मंदिरों का पुनर्स्थापना हो जाएगा