प्रयागराज: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालात में 20 सितंबर को मौत हो गई थी। उनका शव बाघंबरी मठ स्थित उनके कमरे में पंखे पर लटका मिला था। इस मामले की जांच कर रही एसआईटी ने गुरुवार 23 सितंबर को पूरी रिपोर्ट केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के हैंडओवर कर दी है। अब महंत नरेंद्र गिरि की मौत कैसे हुई, इस गुत्थी को सुलझाने के लिए सीबीआई ने अब कमर कस ली है।
सीबीआई ने महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले केस दर्ज कर जांच करने के लिए 6 सदस्यीय टीम का गठन कर दिया है, जो प्रयागराज के लिए रवाना भी हो चुकी है। दरअसल, बुधवार को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु मामले की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की सिफारिश की थी। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो सीबीआई जांच में अब कई मामले पर्दा उठ सकता हैं। एसआईटी और पुलिस ने जो चीजें नजरअंदाज हो गई हैं, उस पर अब सीबीआई की नजर है। ऐसा कहा जा रहा है कि सीबीआई इस मामले में सुसाइड नोट में जिन लोगों का जिक्र हुआ है, उनके साथ पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ होगी।
तो वहीं, घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचने वाले पुलिसकर्मियों से भी सीबीआई पूछताछ करेगी। बताया जा रहा है कि पुलिस ने उस अतिथि कक्ष को भी सील कर दिया है, जिसमें महंत नरेंद्र गिरि का शव मिला था। इसी कक्ष की सीबीआई छानबीन करेगी। इस मामले में पुलिस ने कोई बयान जारी नहीं किया है और न ही कार्रवाई की। लेकिन सीबीआई सीसीटीवी को लेकर पड़ताल करेगी। मठ के अंदर की गतिविधियां भी सीबीआई जांच का हिस्सा होंगी।
हाल ही में महंत नरेंद्र गिरि के सुसाइड करने के बाद का पहला वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में नरेंद्र गिरि को फांसी के फंदे से नीचे उतार कर फर्श पर लेटाया गया है। आईजी रेंज प्रयागराज केपी सिंह मौके पर पहुंचकर वहां मौजूद लोगों से पूछताछ कर रहे हैं। लड़कों ने बताया कि महंत को फंदे पर लटका देखकर वे घबरा गए और उन्होंने आनन-फानन में रस्सी का फंदा काटकर नीचे उतारा कि हो सकता है कि उनकी सांसें चल रही हों, लेकिन वह नहीं बचे। हालांकि, इस वीडियो से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। बहरहाल, मामले की जांच के बाद ही सच सामने आएगा।