पटना। चारा घोटाला केस में जमानत मिलने के बाद लालू प्रसाद यादव दिल्ली में राज्यसभा सांसद बेटी मीसा भारती के घर हैं। हालांकि उनकी तबीयत ठीक नहीं है, लेकिन वे सोशल मीडिया पर लगातार एक्टिव हैं। लालू ने अब यूपी-बिहार के लोगों से अपील की है कि वे गंगा मां को बचाएं। ऐसा उन्होंने गंगा में लगातार मिल रही लाशों के संबंध में कहा है।
लालू ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर कहा- गंगा मैया की गोद में लाशों का अंबार लगना बेहद चिंताजनक, दर्दनाक और शर्मनाक है। किसकी लापरवाही से यह सब हो रहा है? यूपी-बिहार के बेटों अपनी जीवनदायिनी गंगा मां को बचाओ।
गंगा में लाशों के मु्द्दे पर पहले भी सरकार को घेरा था
इससे पहले लालू प्रसाद ने बक्सर में गंगा घाटों पर लाशें मिलने पर भी सरकार को घेरा था। कहा था कि जीते जी दवा, ऑक्सीजन, बेड और इलाज नहीं दिया। मरने के बाद लकड़ी, दो गज कफन और जमीन भी नसीब नहीं हुआ। दुर्गति के लिए शवों को गंगा में फेंक दिया। कुत्ते लाशों को नोच रहे हैं। हिन्दुओं को दफनाया जा रहा है। कहां ले जा रहे देश और इंसानियत को?
तेजस्वी ने RT-PCR जांच में कमी का मुद्दा उठाया
लालू प्रसाद के छोटे पुत्र और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करते हुए आंकड़ों का फर्जीवाड़ा नहीं करने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा है – आदरणीय नीतीश जी, बिहार की जनता आपकी सरकारी कारस्तानियों से अनभिज्ञ नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की सारी रिपोर्ट्स आखिर आपके दावों के विपरीत क्यों होती है? आंकड़ों का फर्जीवाड़ा कर कृपया राज्यवासियों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करना बंद करिए।
70 की जगह 25-30 फीसदी जांच का आरोप
तेजस्वी यादव ने कहा कि WHO और ICMR मानक के अनुसार RT-PCR टेस्ट कोरोना जांच का Gold Standard है और उसे कुल जांच का 70% होना चाहिए। लेकिन बिहार में नीतीश सरकार ठीक इसके विपरीत मात्र 25-30% RT-PCR जांच कर रही है। इससे भी आश्चर्यजनक तथ्य यह है कि पिछले माह की तुलना में बिहार सरकार ने इस जांच संख्या में 41% कटौती की है, जबकि पॉजिटिविटी रेट 20% है।
बिहार में 25 दिन बाद 8 हजार से कम आए नए केस
बिहार लॉक हुआ तो कोरोना के नए मामले कुछ कम होने लगे हैं। संक्रमण की तेज रफ्तार कुछ थमी है। बिहार में 25 दिन बाद 24 घंटे में नए मामलों की संख्या 8 हजार के कम है। 19 अप्रैल को राज्य में 7,487 नए मामले आए थे जबकि 13 मई को 7,752 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इससे एक्टिव मामले भी काफी कम हुए हैं। राज्य में 13 मई तक एक्टिव केस की संख्या 96277 रह गई। संक्रमण में कमी के कारण राज्य का रिकवरी रेट भी 85% तक पहुंच गया है।