लखनऊ। लखनऊ का जबरौली गांव एक ऐसा गांव हे जहां हर घर में एन दिनों मातम है। लखनऊ के मोहनलालगंज जबरौली गांव में बीते 7 अप्रैल से 10 मई के बीच में 26 मौतें हुई हैं। हालांकि यदि पीछे जाएं तो इस गांव में मौत का सिलसिला होली के बाद शुरु हुआ है। 29 मार्च से अब तक कुल 40 मौतें हो चुकी हैं। यहां किसी ने अपना बेटा खोया तो किसी का पति साथ छोड़कर चला गया। हर घर में मातम है। खास बात यह है कि जांच भी नहीं हो पा रही है। इसके चलते मौत के कारणों की पुष्टि भी नहीं हो पा रही है।
अभी तक कोई मदद भी नहीं मिली है। अब गांव के लोग खुद पंचायत कर अपने स्तर पर इस बीमारी से लड़ने की प्लानिंग कर रहे हैं। मरने वालों में सबसे ज्यादा संख्या गरीब और दलित संवर्ग से आने वाले परिवार हैं।
गांवों तक पहुंचा कोरोना:
गांव के प्रधान प्रतिनिधि विवेक अवस्थी बताते हैं कि यहां करीब 300 परिवार रहते हैं। लेकिन अस्पताल और बेड की सुविधा नहीं मिल रही है। बुखार आने के बाद अचानक लोगों की सांस फूलने लग रही है। उन्होंने बताया कि इसको लेकर हर जगह हम लोग गुहार भी लगा चुके हैं लेकिन कोई खास मदद नहीं मिल पाई है।
15 लोगों की स्थिति गंभीर
अवस्थी ने बताया कि होली के बाद से अब तक 40 से ज्यादा मौत हो चुकी है। लेकिन अप्रैल से स्थिति ज्यादा खराब हुई थी। उन्होंने बताया कि अभी भी 15 से ज्यादा लोग काफी गंभीर हालत में है। यहां कोरोना की जांच भी नहीं हो पाई है। ऐसे में स्पष्ट भी नहीं हो रहा कि दिक्कत क्या है लेकिन लक्षण सभी कोरोना वाले ही रहते है। गांव के हर घर में लोग बुखार और अन्य बीमारियों से पीड़ित है।