सुलतानपुर। रविवार सुबह शहर के कोतवाली नगर स्थित पंजाबी कॉलोनी मोहल्ले में एक महिला ने खुद को आग के हवाले कर छत से छलांग लगा दी। आनन-फानन में स्थानीय मोहल्ले वासी उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि मृतका के पति की एक माह पूर्व कोरोना से मौत हो गई थी। जिससे वो डिप्रेशन में चल रही थी।
कोतवाली नगर के पंजाबी कॉलोनी मोहल्ले की घटना
जानकारी के अनुसार कोतवाली नगर के पंजाबी कॉलोनी निवासिनी बलविंदर उर्फ रोजी बग्गा ने रविवार की सुबह रोजी ने ज्वलनशील पदार्थ डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया। जब वो आग की लपटों में घिर गई तो उसने छत से छलांग लगा दी। इस भयावह मंजर को देख वहां लोगों की भीड़ लग गयी। भीड़ में से ही कुछ लोग आगे आए और जैसे-तैसे आग को बुझाया और रोजी को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। लेकिन काफी देर हो चुकी थी। जिला अस्पताल की इमरजेंसी में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा भर कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
अप्रैल के अंत में कोरोना संक्रमण से हुई थी पति की मौत
आपको बता दें कि मृतका बलविंदर उर्फ रोजी बग्गा अपने पति अमरजीत बग्गा के साथ रहती थी। दो माह पूर्व अमरजीत कोरोना ग्रस्त हो गए थे और उन्हें यहां एल टू अस्पताल में एडमिट कराया गया था। जब उनकी हालत में सुधार नही हुआ और दिन-प्रतिदिन स्वास्थ्य बिगड़ने लगा तो उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया गया था। जहां उनकी मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद से रोजी बग्गा डिप्रेशन में चल रही थी।
घर में अकेली थी महिला
बता दें कि मृतका की दो बेटियां जसप्रीत व जनप्रीत हैं। जसप्रीत की दो साल पहले कानपुर में शादी हुई है। पिता के निधन के बाद बड़ी बेटी घर आई थी और अभी कुछ दिन पहले ही वो छोटी बहन को साथ लेकर कानपुर चली गई। जिसके बाद से रोजी घर पर अकेली ही रह रही थी।