कानपुर। क्राइमब्रांच और खाद्य सुरक्षा विभाग ने ओ-ब्लॉक किदवई नगर में शनिवार देर शाम छापेमारी करके खाद्य पदार्थ में इस्तेमाल किए जाने वाले नकली रंग की फैक्ट्री का खुलासा किया है। हटिया मूलगंज निवासी मीनाक्षी शर्मा ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर बड़े पैमाने पर डुप्लीकेट रंग बनाने की फैक्ट्री चला रही थी। पुलिस ने मौके से फैक्ट्री संचालिका महिला समेत उन्नाव निवासी मैनेजर अजय शर्मा और नजीराबाद निवासी अकाउंटेट रवि कुमार सिन्हा को गिरफ्तार किया है। जांच के दौरान फैक्ट्री से बड़े पैमाने पर नकली रंग, केमिकल और पैकिंग की सामग्री मिली है। डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बताया कि फैक्ट्री संचालिका समेत तीनों के खिलाफ जूही थाने में एफआईआर दर्ज कराई जा रही है।
रातो-रात करोड़पति बनने के चक्कर में लोगों की सेहत से किया खिलवाड़
रातो-रात करोड़पति बनने के चक्कर में हटिया मूलगंज निवासी मीनाक्षी शर्मा ने किदवई नगर ओ-ब्लॉक में खाद्य पदार्थ में इस्तेमाल किए जाने वाले नकली रंग की फैक्ट्री खड़ी कर दी। जांच कर रहे खाद्य विभाग के अफसरों ने बताया कि शरीर को सीधे नुकसान पहुंचाने वाले केमिकल से खाद्य पदार्थ में मिलाने वाले रंग बना रही थी। इसे जहरीला रंग भी कहा जा सकता है, इससे किसी की मौत तो नहीं होगी लेकिन शरीर को भारी क्षति पहुंचाएगा। मीनाक्षी की फैक्ट्री में सिर्फ ब्रांडेड कंपनियों के नाम से बड़े पैमाने पर मिलावटी रंग बनाया जा रहा था। जांच के लिए केमिकल का नमूना लिया गाय है। इसे जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ भेजा जाएगा।
पंजाब, हरियाणा समेत कई राज्यों में थी सप्लाई
ब्रांडेड नकली रंग की सप्लाई सिर्फ कानपुर ही नहीं पंजाब, हरियाणा, दिल्ली समेत कई राज्यों में की जा रही थी। इसके साथ ही यूपी के एक दर्जन से अधिक शहरों में माल सप्लाई करने के साक्ष्य मिले हैं। रही थी। जांच में पता चला कि मीनाक्षी अपने पति मनोज शर्मा के फैक्ट्री की आड़ में अपनी नकली रंग की फैक्ट्री संचालित कर रही थी। जांच के दौरान वह कोई भी लाइसेंस नहीं दिखा सकीं।