बरेली। जिले में मंगलवार देर रात केमिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश ओबरॉय ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। राजेश कई दिनों से मानसिक समस्याओं से जूझ रहे थे। GRP ने उनके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। राजेश शहर के बड़े दवा व्यापारी माने जाते थे।
बीमारी के चलते डिप्रेशन में चले गए थे
प्रेमनगर के विष्णु सागर आवास कॉलोनी में रहने वाले राजेश ओबरॉय के दो बेटे गर्भित और हर्षित और एक बेटी हिमांगी है। हिमांगी की शादी हो चुकी है। परिजनों के मुताबिक, राजेश पिछले तीन सालों से बीमारी से जूझ रहे थे। उनकी बायपास सर्जरी भी हो चुकी थी। स्वास्थ्य खराब रहने की वजह से वे डिप्रेशन में चले गए थे। इसी के चलते उनको व्यापार में भी नुकसान हुआ था।
पत्नी से बोले थे- थोड़ी देर में आ रहा हूं
मंगलवार शाम राजेश अपनी पत्नी रेखा को कुछ काम बताकर घर से निकले थे। बोले थे कि थोड़ी देर में वापस आ रहा हूं। इसके बाद ई-रिक्शा से कहीं निकल लिए। पुलिस के मुताबिक, देर रात वे बाकरगंज की क्रॉसिंग के पास पहुंचे। उसी वक्त एक मालगाड़ी आ रही थी। इसके सामने राजेश ने कूदकर जान दे दी। सूचना पर पहुंची GRP को कुछ दूरी पर राजेश का मोबाइल मिला। जिसकी मदद से उनके घरवालों को इसकी सूचना दी गई।
GRP और लोकल पुलिस में काफी देर तक होता रहा विवाद
ट्रेन से कटने के बाद शव का पंचनामा भरने को लेकर लोकल पुलिस और GRP में काफी देर तक विवाद होता रहा। सिटी GRP का कहना था कि यह क्षेत्र जंक्शन GRP के अंडर आता है। जंक्शन GRP का कहना कि यह लोकल पुलिस का मामला है। उधर, लोकल पुलिस का कहना है कि ट्रेन से कटने का मामला GRP के अंडर आता है। उनके कार्यक्षेत्र में नहीं है।