वाराणसी। आज सावन का तीसरा सोमवार है। प्रदेश और देश भर के शिवालयों में भोर से ही श्रद्धालु देवों के देव महादेव का दुग्धाभिषेक और जलाभिषेक कर रहे हैं। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक काशी में बाबा श्री काशी विश्वनाथ परंपरा के अनुसार सावन के तीसरे सोमवार को अपने भक्तों को अर्द्धनारीश्वर स्वरूप में दर्शन दे रहे हैं। गर्भगृह से लेकर गंगा के तट तक बोल बम और हर-हर महादेव के जयकारे गूंज रहे हैं।
सोमवार की भोर 4 बजे सेवायतों ने मंगला आरती की। इसके बाद दरबार का का पट खुला तो रविवार आधी रात से कतारबद्ध श्रद्धालुओं के उल्लास का ठिकाना न रहा और पूरा धाम हर-हर महादेव के उद्घोष से गूंज उठा। मंगला आरती से शुरू हुआ जलाभिषेक और दर्शन झांकी का सिलसिला लगातार जारी है। सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था के बीच रेड कार्पेट से होकर भक्तों के दर्शन-पूजन का यह सिलसिला देर रात तक जारी रहेगा।
आज 2 योग बना रहे हैं खास
सावन का तीसरा सोमवार इस बार 2 योगों के चलते विशेष है। आज सूर्योदय से लेकर दोपहर 3:44 बजे तक सर्वार्थसिद्धि योग है। इसके साथ ही सुबह 10:26 बजे से शाम 4:37 बजे तक मंगल योग है। काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के पूर्व अध्यक्ष आचार्य अशोक द्विवेदी के मुताबिक, इस दौरान भगवान शिव की पूजा करने से विशेष पुण्य और फल अर्जित होगा। उन्होंने बताया कि भगवान शिव का अर्द्धनारीश्वर स्वरूप भक्तों के लिए ही है।
मनुस्मृति के मुताबिक, देवाधिदेव महादेव ने स्वयं को 2 भागों में विभक्त कर भक्तों को अर्द्धनारीश्वर स्वरूप में दर्शन दिया था। आज बाबा के अर्द्धनारीश्वर स्वरूप की रजत प्रतिमा का श्रृंगार सुगंधित पुष्पों से शाम के समय श्रृंगार भोग आरती से पहले किया जाता है। इसके लिए मंदिर परिसर को नाना प्रकार के फूलों, पत्तियों और मालाओं से सजाया जाता है।
गंगा में बाढ़ को देखते हुए घाटों पर विशेष एलर्ट
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि गंगा में बाढ़ को देखते हुए अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। दशाश्वमेध घाट सहित सभी प्रमुख गंगा घाटों की ओर जाने वाले मार्गों पर पुलिस को मुस्तैदी के साथ ड्यूटी करने को कहा गया है। श्रद्धालुओं को लाउड हेलर से आगाह किया जा रहा है कि वह गंगा में स्नान के दौरान सजग रहें। नौकायन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है।
श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन-पूजन के लिए उमड़ने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ के मद्देनजर दशाश्वमेध से गोदौलिया, बांसफाटक, चौक होते हुए मैदागिन तक का क्षेत्र 3 जोन और 8 सेक्टर में बांटा गया है। सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस, ट्रैफिक पुलिस और पीएसी के अलावा सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों को लगाया गया है। गंगा में जल पुलिस और एनडीआरएफ की 11वीं वाहिनी के जवान तैनात किए गए हैं।
आवागमन की व्यवस्था की गई है 4 गेट से
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि मैदागिन की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को छत्ताद्वार होते हुए मंदिर चौक भेजा जाएगा। ये श्रद्धालु गर्भगृह के पूर्वी प्रवेश द्वार पर जल चढ़ा सकेंगे। बांसफाटक से ढुंढिराज गली होकर आने वाले श्रद्धालु पश्चिमी द्वार पर दर्शन और जलाभिषेक कर सकेंगे।
सरस्वती फाटक की ओर से आने वाले श्रद्धालु गर्भगृह के दक्षिणी द्वार से दर्शन और जलाभिषेक करेंगे। वीआईपी, वीवीआईपी और सुगम दर्शन का टिकट लेने वाले प्रवेश करेंगे और गर्भगृह के उत्तरी द्वार से दर्शन और जलाभिषेक करेंगे। मंदिर परिसर को हर 6 घंटे पर सैनिटाइज कराने की व्यवस्था की गई है। आपात स्थिति के लिए डॉक्टरों की टीम मौजूद है। पेयजल और शौचालय की सुविधा के साथ ही खोया-पाया केंद्र भी बनाया गया है।
श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए शहर में रूट डायवर्जन की व्यवस्था
- मैदागिन से चौक होते हुए गोदौलिया की तरफ जाने वाले वाहनों को मैदागिन से आगे नही जाने दिया जाएगा। यह ट्रैफिक मैदागिन चौराहे से लहुराबीर, मलदहिया की ओर तथा लहुराबीर से बेनियाबाग की तरफ भेजा जाएगा।
लक्सा की तरफ से आने वाली सभी प्रकार की सवारी गाड़ियों को लक्सा थाने से - आगे नही जाने दिया जाएगा। यह ट्रैफिक गुरूबाग से कमच्छा की ओर तथा लक्सा से बेनिया की तरफ मोड़ दिया जाएगा।
- लहुराबीर से होकर गोदौलिया की तरफ जाने वाली सभी प्रकार की सवारी गाड़ियों को बेनिया तिराहे से आगे जाने नही दिया जाएगा। यह ट्रैफिक
- बेनियाबाग वाया औरंगाबाद पुलिस चौकी से लक्सा की तरफ मोड़ दिया जाएगा।
- अस्सी, सोनारपुरा से होकर गोदौलिया की तरफ जाने वाली सभी प्रकार के
- वाहनों को सोनारपुरा चौराहे से आगे नही जाने दिया जाएगा। यह ट्रैफिक भेलूपुर थाने की तरफ मोड़ दिया जायेगा।
- भेलूपुर थाने से रेवड़ी तालाब होकर रामापुरा चौराहे की तरफ जाने वाले सभी प्रकार के वाहनों को तिलभांडेश्वर से आगे नही जाने दिया जाएगा। इन वाहनों को अस्सी तथा भेलूपुर की तरफ मोड़ दिया जाएगा।
मैदागिन से गोदौलिया नो व्हीकल जोन घोषित
मैदागिन से गोदौलिया होते हुए रामापुरा तथा इसी प्रकार रामापुरा, गोदौलिया से मैदागिन तक संपूर्ण मंदिर मार्ग सावन के प्रत्येक रविवार को रात्रि 08:00 बजे से मंगलवार की सुबह 08:00 बजे तक के लिए नो-व्हीकल जोन घोषित किया किया गया है। इसके तहत मैदागिन से गोदौलिया, रामापुरा तक तथा रामापुरा से गोदौलिया हो कर मैदागिन तक किसी प्रकार के छोटे-बड़े वाहन को नही जाने दिया जाएगा। यह मार्ग केवल पैदल यात्रियों के आने-जाने के लिए मुक्त रखा जाएगा।
बाबा दरबार जाएं तो इन बातों का रखें ध्यान
- मास्क लगाए रहें और सामाजिक दूरी के नियम का पालन करें।
- इलेक्ट्रानिक उपकरण लेकर दर्शन करने ना जाएं।
- ज्वलनशील पदार्थ, माचिस, नेलकटर और प्लास्टिक जैसी सामग्री साथ न ले जाएं।
- कोई भी लावारिस सामग्री देखें तो तत्काल पुलिस को बताएं।
- मंदिर परिसर में संवेदनशील स्थानों की ओर न जाएं।
- अपने सामान की सुरक्षा स्वयं करें और उन्हें निर्धारित लॉकर में ही रखें।
- दर्शन से पहले गंगा में स्नान करने के दौरान गहरे पानी में ना जाएं।