आगरा। ताजनगरी आगरा में पति-पत्नी के विवाद का एक अजब मामला सामने आया है। यहां 5 साल साल पहले एक महिला ब्यूटी पार्लर जाने के बहाने ससुराल से मायके भाग गई। उसी दिन उसकी पहली सालगिरह थी। तब से पति पत्नी के वापस आने का इंतजार करता रहा। लेकिन जब उसका धैर्य जवाब दे गया तो उसने अपनी ससुराल के बाहर धरना शुरू किया है। उसकी जिद है कि वो हर कीमत पर या तो पत्नी को साथ लेकर जाएगा या फिर फैसला करके जाएगा। लड़की पक्ष मामले में कुछ बोलने को तैयार नहीं है। पड़ोसियों ने उसे कुर्सी दी दी है। पुलिस मामले की जानकारी न होने की बात कह रही है।
यह पूरा मामला थाना जगदीशपुरा के सुलहकुल नगर का है। यहां जयपुर निवासी अविनाश वर्मा अपनी ससुराल के बाहर दो दिन से धरने पर बैठा है। जमीन पर बैठा देख पड़ोसी ने उसे एक कुर्सी दे दी है और दो दिन से युवक कुर्सी पर बैठा हुआ है। युवक का कहना है कि पिछले 5 वर्षों से पत्नी अकारण अपने घर पर है और बहाने बनाकर ससुराल वापस नहीं आ रही है। अब वो या तो पत्नी को लेकर जाएगा या अंतिम फैसला करके जाएगा। उसके आने पर पत्नी बहाने से कहीं रिश्तेदारी में चली गयी है। लगातार पत्नी आकर बात करने की बात कह रही है पर आ नहीं रही है, इसलिए वो धरने पर बैठा हुआ है।
पहली सालगिरह पर ब्यूटी पार्लर के बहाने गई थी महिला
अविनाश वर्मा ने बताया कि उसकी शादी 2 मई 2015 को आराधना वर्मा से हुई थी। एक साल बाद 2 मई 2016 को पत्नी ने शादी की पहली सालगिरह पर घर पर छोटी सी दावत का आयोजन किया। दोपहर में पत्नी ब्यूटीपार्लर गयी और दिन भर मेकअप का बहाना बताकर खुद के पार्लर में होने की बात कहती रही। रात होने पर जब फोन पर बात की तो उसने अभद्रता करते हुए खुद के मायके आ जाने की बात कही।
तलाक और दहेज उत्पीड़न के आरोपों तक पहुंच गया रिश्ता
अविनाश के अनुसार पत्नी के मायके जाने के बाद कई बार उसे समझा बुझा कर लाने का प्रयास किया। लेकिन वो हर बार कोई न कोई बहाना बनाकर बाद में आने का वादा करती और घर नहीं आती। इस बीच उसने मानवाधिकार आयोग का नोटिस भेज दिया। मेरी तरफ से सेक्शन 9 में कार्रवाई की गई। जब वो तब भी साथ रहने नहीं आई तो मैंने तलाक का नोटिस भेज दिया। बदले में उसने परिवार के साथ मिलकर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज करवा दिया। अभी भी पत्नी पक्ष द्वारा कोई जवाब नहीं मिल रहा है। न वो तलाक दे रही है न साथ रहने को तैयार है।
बेरोजगारी और डिप्रेशन का शिकार हुआ पति
अविनाश वर्मा के अनुसार पत्नी के जाने के बाद तनाव बढ़ने पर वो मानसिक बीमार हो गया और अभी भी उसकी दवाएं खानी पड़ रही हैं। अच्छी भली कंपनी में अकाउंटेंट की नौकरी छूट गयी और पिछले छह साल से बेरोजगारी का शिकार हो गया है।