वाराणसी। जिले के अखरी स्थित कॉलेज में बीबीए की पढ़ाई कर रहा बिहार निवासी एक युवक गलत संगत में पड़ कर शराब की तस्करी करने लगा। अपने बैग में शराब के पाउच लेकर वह कैंट रोडवेज के समीप बिहार जाने वाली बस में बैठ रहा था। इसी बीच एक पाउच युवक के बैग से गिर गया और उसका भेद खुल गया। स्थानीय लोगों की सूचना पर कैंट रोडवेज चौकी की पुलिस आई और युवक की तलाशी ली तो उसके बैग से 180 एमएल के अंग्रेजी शराब के 50 ट्रेटा पैक और .32 बोर की एक देसी पिस्टल बरामद हुई। युवक को बुधवार को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया।
एक पाउच में 100 से 150 रुपये तक होता था फायदा
बिहार के सहरसा जिले के रहुआमनी गांव के मूल निवासी और वाराणसी में साकेत नगर में रहने वाले कुमार चिनमय आनंद ने पुलिस को बताया कि वह बीबीए का छात्र है। बिहार में शराबबंदी है तो उसे उसके कुछ दोस्तों ने कहा था कि तुम बनारस से आया करो तो शराब लेकर आया करो। यहां शराब की कीमत से 100 से 150 रुपये ज्यादा मिल जाया करेगा। दोस्तों के कहने पर पहली बार वह वाराणसी से शराब के 180 एमएल के 20 टेट्रा पैक लेकर सहरसा गया तो उसे लगभग 2500 का मुनाफा हुआ। उसे यह काम बहुत अच्छा लगा और फिर हर हफ्ते ही वह शराब लेकर बस से सहरसा आने-जाने लगा।
दोस्तों पर रौब जमाने के लिए खरीदा था पिस्टल
आरोपी छात्र ने बरामद पिस्टल के बारे में पुलिस को बताया कि शराब बेंच कर जो मुनाफा हुआ, उसी पैसे से वह सहरसा से ही पिस्टल खरीदा था। पिस्टल दिखाकर साथ पढ़ने वाले दोस्तों पर वह रौब भी झाड़ता था। बताया कि पिस्टल का ट्रिगर खराब हो गया है तो वह उसे बनवाने ले जा रहा था। वहीं, इंस्पेक्टर सिगरा अनूप कुमार शुक्ला ने आरोपी से पूछा कि जब शराब तस्करी ही कर रहे थे तो बड़ी बॉटल क्यों नहीं ले जाते थे। इस पर उसने बताया कि बड़ी बोतल से पकड़ाने का डर था। 180 एमएल का ट्रेटा पैक आसानी से उसके बैग में आ जाता था और किसी को शक भी नहीं होता था। बीते साल से अब तक में पहली बार ऐसा हुआ है कि वह पकड़ा गया है।