लखनऊ। जिले में कासगंज के अमापुर सीट से भाजपा विधायक देवेंद्र प्रताप सिंह का सोमवार सुबह हार्ट अटैक से निधन हो गया। वे 59 साल के थे। बताया जा रहा है कि वे सुबह क्षेत्र में निकलने की तैयार कर रहे थे, इसी दौरान उन्हें अचानक सीने में तेज दर्द उठा। इसके बाद परिजन उन्हें एटा के अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधायक के निधन पर शोक जताया है।
कुर्सी पर बैठे थे, तभी हार्ट अटैक पड़ा
एटा के सीएमओ उमेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि विधायक देवेंद्र प्रताप अपने घर अमापुर में कुर्सी पर बैठे थे। तभी उन्हें हार्ट अटैक पड़ा। परिजन तुरंत अस्पताल लेकर आए। लेकिन उनकी पहले ही मौत हो चुकी थी। मौत के बाद कराया गया कोरोना टेस्ट निगेटिव निकला है। विधायक का पैतृक गांव नगला के उचा गांव के मजरा हाजीपुर में है। विधायक के निधन से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के नजदीक थे
विधायक देवेंद्र सिंह पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के काफी नजदीकी थे। उन्होंने साल 2017 के चुनाव में भाजपा के टिकट पर सपा उम्मीदवार वीरेंद्र सिंह सोलंकी को हराया था। देवेंद्र सिंह को 85199 मत मिले थे। वहीं वीरेंद्र सिंह को 43,395 वोट हासिल हुए थे।
डेढ़ साल में भाजपा के 8 विधायकों की मौत, इनमें 3 मंत्री भी
प्रदेश में बीते डेढ़ साल में अब तक 8 विधायकों की मौत हो चुकी है। इनमें 3 मंत्री भी शामिल हैं। देवेंद्र प्रताप सिंह से पहले मुजफ्फरनगर की चरथावल विधानसभा से विधायक विजय कश्यप की कोरोना से मौत हुई थी। वे कैबिनेट में राजस्व व बाढ़ नियंत्रण राज्यमंत्री थे।
इसके अलावा रायबरेली के सलोन से भाजपा विधायक दल बहादुर कोरी, बरेली से विधायक केसर सिंह, औरैया सदर से BJP विधायक रमेश दिवाकर, लखनऊ पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से BJP विधायक सुरेश श्रीवास्तव, योगी कैबिनेट में कैबिनेट मंत्री कमल रानी वरुण, क्रिकेटर से नेता बने नागरिक सुरक्षा मंत्री चेतन चौहान की भी मौत हो चुकी है।