वाराणसी। भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा की मीडिया प्रभारी हुमा बानो और उनके पति डॉ गुफरान जावेद ने सरकारी सिस्टम पर सवाल उठाये हैं। उन्होंने सरकार द्वारा कोरोना को लेकर कोई पुख्ता इंतज़ाम न किये जाने को उसकी हार बताया है। बता दें की डॉ गुफरान जावेद की बहन का निधन हाल ही में कोरोना से कबीरचौरा अस्पताल में ऑक्सीजन के आभाव में हुआ है। डॉ गुफरान ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों से और पार्टी पदाधिकारियों से विनती के बाद भी न बेड मिला न ऑक्सीजन जबकि मै स्वयं एक डॉक्टर हूँ।
डॉ गुफरान जावेद ने रुंधे हुए गले से बताया कि हमें एक बेड भी नहीं मिल सका और हम क्या कहें हमारी आंखों के सामने हमारी बहन दुनिया छोड़ कर चली गई। इस बदहाल व्यवस्था पर यही लगता है कि यह सरकार किसी की नहीं है और जो भी वादे कर रही है वह वादे पूरा नहीं कर रही है। डॉ गुफरान ने बताया कि हमने भाजपा के बड़े-बड़े पदाधिकारियों से भी बात की और कहा हमारी बड़ी बहन है। इसे एक बेड हॉस्पिटल में दिलवा दीजिए तो वहां से यह जवाब आया की हॉस्पिटल वाले हम लोगों की बात नहीं सुन रहे हैं।
डॉक्टर गुफरान ने कहा कि हमारी पत्नी हुमा बानो जो भाजपा में पदाधिकारी है और हम लोगों का बीजेपी पर बहुत विश्वास रहता है, लेकिन आज हम लोगों के साथ ऐसा हुआ कि हम लोग बहुत टूट गए हैं। वाराणसी के सांसद एवं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र दास मोदी ने गरीबों को लूटा है और काशी की जनता इनसे बहुत खफा है।