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वाराणसी कमिश्नरेट की महिला थाना प्रभारी भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित, चौकी इंचार्ज भी सस्पेंड

वाराणसी। जिले के पुलिस कमिश्नरेट की एकमात्र महिला थाना प्रभारी को हिस्ट्रीशीटर के पक्ष में भ्रष्टाचार में संलिप्त होना महंगा पड़ गया। यही नहीं चेतगंज थाना प्रभारी की करतूत की कीमत उनके थाने के सीनियर सब इंस्पेक्टर और चौकी प्रभारी को भी चुकानी पड़ी। बुधवार को पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश द्वारा की गई इस कार्रवाई से महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।

एक ही थाने के 2 दरोगा और 1 इंस्पेक्टर निलंबित

पिशाचमोचन निवासी मुकेश साहू उर्फ बल्लू ने 112 नंबर पर शिकायत की थी। मुकेश के अनुसार, पिशाचमोचन स्थित उनके द्वारा 70 लाख रुपये में सट्टा कराई गई जमीन पर उनके विरोधी पक्ष के हिस्ट्रीशीटर से पैसा लेकर इंस्पेक्टर चेतगंज संध्या सिंह कब्जा करा रही थी। मौके पर यूपी 112 की पुलिस गई तो उन्हें इंस्पेक्टर संध्या सिंह ने डांट कर भगा दिया। इस काम में लहुराबीर चौकी इंचार्ज अमित सिंह भी उनका सहयोग कर रहे थे। इसके साथ ही चेतगंज थाने के एसएसआई ओम प्रकाश सिंह ने भी इस मामले में मुकेश का कोई सहयोग नहीं किया।

उल्टे मुकेश को ही चेतगंज थाने पर घंटों बैठाया गया और उन्हीं का गेट भी उठा कर जबरन कब्जा कराई गई जमीन में लगा दिया गया। मुकेश द्वारा की गई शिकायत के आधार पर पुलिस कमिश्नर ने एसीपी चेतगंज से जांच कराई तो पुलिसकर्मियों का दोष उजागर हुआ और उन पर कार्रवाई की गई।

दूसरी घटना : मंगल से मारपीट करने वाला दरोगा हटा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों सम्मानित हो चुके स्वच्छता दूत डोमरी निवासी ट्रॉली चालक मंगल केवट से बदसलूकी करने के आरोपी कालभैरव चौकी इंचार्ज सुरेंद्र यादव को बुधवार को लाइन हाजिर कर दिया गया। प्रकरण की जांच एसीपी कोतवाली को सौंपी गई है। गौरतलब है कि दैनिक भास्कर ने मंगलवार को समाचार प्रकाशित किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस मंगल का सम्मान किया उसी का दरोगा सुरेंद्र यादव ने बेवजह अनादर किया। इस प्रकरण को पुलिस कमिश्नर ने गंभीरता से लेते हुए दरोगा सुरेंद्र यादव को लाइन हाजिर कर दिया है।

भ्रष्टाचार किसी भी सूरत में नहीं करेंगे बर्दाश्त

पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने कहा कि कमिश्नरेट में भ्रष्टाचार करने वाले पुलिसकर्मियों की कोई जगह नहीं है। चेतगंज थाना प्रभारी और लहुराबीर चौकी इंचार्ज के खिलाफ हुई जांच के आधार पर उन्हें निलंबित किया गया है। इसके साथ ही चेतगंज थाने के एसएसआई को भी भ्रष्टाचार देख कर मूकदर्शक बने रहने के लिए लाइन हाजिर किया गया है। वाराणसी कमिश्नरेट के पुलिसकर्मी इस बात को स्पष्ट रूप से समझ लें कि अगर वह सही तरीके से काम करेंगे तभी थाने या चौकी पर रहेंगे। जिस किसी के खिलाफ भी शिकायत मिलेगी तो जांच करा कर कार्रवाई में देरी नहीं की जाएगी।

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