वाराणसी। जिले में उत्तर वाहिनी गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी जारी है। बुधवार की सुबह 11 बजे गंगा का जलस्तर 67.58 मीटर था, जो चेतावनी बिंदु यानी 70.262 मीटर से 2.682 मीटर नीचे है। हालांकि राहत की बात यह है कि सोमवार को गंगा के जलस्तर में 7 से 8 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ोतरी हो रही थी। मगर, मंगलवार को जलस्तर में बढ़ोतरी 1 सेंटीमीटर प्रति घंटे दर्ज की गई।
बढ़ते जलस्तर के कारण वाराणसी के सामने घाट क्षेत्र की गंगा किनारे की कॉलोनियों की ओर पानी बढ़ रहा है। इसके साथ ही चौबेपुर क्षेत्र के ढाब क्षेत्र के लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। वहीं, मणिकर्णिका घाट और हरिश्चंद्र घाट पर जगह की कमी की वजह से लोगों को शवदाह के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।
व्हाट्स ऐप्प नंबर पर फोटो के साथ दें अपडेट
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि बाढ़ चौकियों को तत्काल सक्रिय करने का निर्देश सभी उप जिलाधिकारियों, तहसीलदारों और एसीएम को दिया गया है। उनसे कहा गया है कि तत्काल बाढ़ राहत कैंप बना लिए जाएं। बाढ़ राहत कैंप की वीडियो फुटेज व फोटो जिले के आपदा विशेषज्ञ के व्हाट्स ऐप्प नंबर 8957662020 पर प्रतिदिन अनिवार्य रूप से भेजा जाए। जिला मुख्यालय और तहसील स्तर पर बाढ़ कंट्रोल रूम की स्थापना तत्काल कर दी जाए।
कंट्रोल रूम का संचालन चौबीसों घंटे और सातों दिन के आधार पर किया जाएगा। कंट्रोल रूम में अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी 8-8 घंटे की शिफ्ट में लगाई जाए। बाढ़ से प्रभावित इलाकों में आमजन के साथ ही मवेशियों के लिए भी मुकम्मल व्यवस्था की जाए। राहत कैंपों में साफ बिस्तर, चारपाई और पंखा की व्यवस्था के साथ ही ताजा भोजन प्रतिदिन 2 बार देने की व्यवस्था की जाए। बच्चों के लिए केला, दूध, बिस्कुट और सत्तू आदि भी उपलब्ध रहे। कैंपों में पीने के पानी, टॉयलेट और बिजली आपूर्ति की व्यवस्था के साथ ही महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए।
वरुणा किनारे के लोग सतर्क, पुलिस ने गश्त बढ़ाई
गंगा में जलस्तर बढ़ने के कारण पलट प्रवाह की वजह से वरुणा में बाढ़ आ जाती है। इसके चलते प्रत्येक वर्ष वरुणा किनारे के आधा दर्जन से अधिक मुहल्लों के 350 से ज्यादा लोगों के मकान पानी से घिर जाते हैं। इस वजह से गंगा के बढ़ते जलस्तर को लेकर वरुणा किनारे रहने वालों की धुकधुकी बढ़ गई है। वहीं, जल पुलिस ने राजघाट से सामने घाट के बीच गंगा में गश्त तेज कर दी है। लाउड हेलर के माध्यम से नाविकों से अपील की जा रही है कि वह गंगा में नौकायन न करें। गंगा किनारे सामने घाट क्षेत्र की कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को भी आगाह किया जा रहा है कि वह सतर्कता के साथ सुरक्षित रहें।