लखनऊ। चेक क्लोनिंग करके यूपी में लाखों रुपए की ठगी कर चुके अंतर्राज्यीय गिरोह के एक सदस्य को UP STF ने गुरुवार को मुंबई से गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए नटवरलाल का नाम दादा उर्फ गुरुजी उर्फ राशिद है। गैंग के सरगना समेत दो अन्य की तलाश जारी है। दादा उर्फ गुरुजी महाराष्ट्र में ट्रैवेल्स एजेंसी चलता था। एसटीएफ ने दादा के पास से मोबाइल, आधार कार्ड, 20 हजार कैश, सोने की अंगूठी बरामद की है। 2020 में बैंक ऑफ बड़ौदा के शाखा प्रबंधक संजय कुमार की तरफ से विभूतिखंड थाने में दर्ज कराए गए मुकदमें में दादा दबोचा गया है।
ADG STF अमिताभ यश ने बताया कि सरकारी व निजी संस्थानों के कैंसिल चेक की क्लोनिंग कर खाते से रुपये निकालने वाले शातिर ठग दादा उर्फ गुरुजी उर्फ राशिद को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि इस गिरोह ने कैंसिल चेक की क्लोनिंग करके यूपीडा (उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण) के खाते से तीन बार में 39 लाख 46 हजार 600 रुपये निकाले लिए थे। ADG के मुताबिक दादा उर्फ गुरुजी द्वारा नालासोपारा थाणे महाराष्ट्र के एक बैंक में कैंसिल चेकों की क्लोनिंग कर रुपये निकालने के फिराक में था, तभी STF टीम ने दबोच लिया।
शकुंतला मिश्रा यूनिवर्सिटी और आयुष सोसायटी थी निशाने पर
ADG के मुताबिक गैंग के सदस्यों ने शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विवि और उत्तर प्रदेश राज्य आयुष सोसाइटी के खाते से भी रुपये निकालने का प्रयास किया था, लेकिन मकसद में कामयाब नही हुए। उन्होंने बताया कि जालसाजों ने यूपीडा के चार चेक का भुगतान तो करा लिया था लेकिन शकुंतला मिश्रा विवि और आयुष सोसायटी के चेक से भुगतान नहीं हो पाया था।
सरगना अजय करता था चेक की क्लोनिंग
ADG ने बताया कि गैंग का सरगना अजय है। वह और उसके दो साथी फरार है। तीनों के महाराष्ट्र में ही छिपे होने की आशंका है। अफसरों ने बताया कि, फरार अजय ही वह चेक का क्लोन तैयार करता था।बाकी साथी क्लोन चेक को बैंक खातों में जमा करने जाते थे। अभी तक जौनपुर, वाराणसी और गोरखपुर के खाताधारकों के खातों में क्लोन चेक जमा किए जाने की जानकारी मिली है। जालसाज खाते में रुपये ट्रांसफर होने के बाद एटीएम से निकालते थे।
यह है पूरा मामला?
2020 में चेक क्लोनिंग कर लाखों रुपये हड़पने के मामले में बैंक ऑफ बड़ौदा के शाखा प्रबंधक संजय कुमार ने विभूतिखंड थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। STF ने गिरोह के सदस्य मुकदमे के नामजद आरोपी अरविंद तिवारी, मनीष मौर्या, शादाब अनवर शेख को गिरफ्तार कर लिया था। दादा उर्फ गुरुजी उर्फ राशिद गिरोह का सबसे सक्रिय सदस्य है। ये लंबे समय से फरार चल रहा था। राशिद महाराष्ट्र के नालासोपारा के बी, बिंग 701 आरनेट इंक्लेव ओस्ठवाल नगरी का रहने वाला है।