कानपुर। पुलिस पर एक युवक ने कस्टडी में रहने के दौरान आंख फोड़ने का आरोप लगाया है। पीड़ित युवक ने मामले में CO से शिकायत करके इलाज करवाने के लिए गुहार लगाई है। मामला 12 जून की रात का है। यहां नरवल गांव में रहने वाले सैलकदीन डुग्गी की पत्नी ने उस पर मारपीट का आरोप लगाया। पत्नी की शिकायत पर नरवल थाने के 4 सिपाही रात में सैलकदीन को घर से उठाकर थाने ले गए। युवक का आरोप है कि सिपाहियों ने कस्टडी में इतना मारा कि उसकी आंख फूट गई।
हालांकि, CO सदर सुशील दुबे ने आंख फोड़ने के आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि युवक शराब पीकर अपनी पत्नी से मारपीट करता था। पुलिस थाने लेकर आई थी और रात भर थाने में बिठाए रखा। दूसरे दिन समझाकर उसे छोड़ दिया गया। आंख फोड़ने का आरोप बेबुनियाद है। वह युवक शराब पीकर कहीं गिर गया होगा, जिससे उसे चोट लगी होगी।
पीड़ित बोला- दिखना बंद हो गया
पुलिस ने पत्नी से मारपीट के मामले में सैलकदीन के खिलाफ कार्रवाई की। इसके बाद परिजनों ने 13 जून को उसकी जमानत कराई। सैलकदीन का आरोप है कि उसे उस रात कस्टडी में रखकर बहुत पीटा गया। इससे उसकी आंख फूट गई है। अब उसे दिखना भी बंद हो गया है। आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह इलाज भी नहीं करा पा रहा है। सैलकदीन ने मामले में CO को पत्र लिखकर इलाज कराने की मांग भी की है।
पुलिस पर मामले को दबाने का आरोप
पीड़ित और उसके परिजन पुलिस पर मामले को दबाने का आरोप लगा रहे हैं और यह भी कहा कि पीड़ित पर मामला वापस लेने का दबाव भी बनाया जा रहा है। उनका यह भी आरोप है कि जांच के नाम पर लीपापोती की जा रही है, ताकि पुलिसवालों को बचाया जा सके।