पलवल। पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले हरियाणा पुलिस के एक सिपाही को इंटेलिजेंस ब्यूरो और गुड़गांव एसटीएफ की टीम ने पलवल के लघु सचिवालय से ड्यूटी के दौरान गिरफ्तार कर लिया। आरोपी सुरेंद्र कुमार अंबाला जिले के बोह गांव का रहने वाला है और वह सेना से रिटायर्ड है। फेसबुक के जरिए आरोपी पाकिस्तान की एक महिला के संपर्क में आया और फिर खुफिया जानकारी उसे देने लगा। इसके बदले उसे वहां से पैसे मिलते थे। उससे पुलिस ने दो मोबाइल फोन व दो सिम कार्ड बरामद किए हैं। आरोपी को कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड की मांग की जाएगी।
एसपी दीपक गहलावत ने बताया कि सुरेंद्र कुमार मूल रूप से झज्जर जिले के कचरोली गांव का रहने वाला है। लेकिन इस समय वह अंबाला जिले के बोह गांव में मकान बनाकर रहता है। हरियाणा पुलिस में पूर्व सैनिक कोटा से सिपाही के पद पर 8 मार्च 2019 में वह भर्ती हुआ था। जबकि 28 जून 1993 को सेना में भर्ती हुआ था। आरोपी ने 30 जून 2017 को रिटायमेंट के बाद अंबाला में प्लाट लेकर मकान बना लिया था। 25 फरवरी 2020 को सुरेंद्र कुमार की तैनाती पलवल में हुई। 13 नवंबर 2020 से लघु सचिवालय में डीपीओ गार्द में लगा था और यहां से पाकिस्तान को गुप्त सूचनाएं दे रहा था।
इसने कैसे शुरू किया जासूसी का काम
सिपाही सुरेन्द्र कुमार ने पूछताछ में बताया कि वर्ष 2017 में रिटायरमेंट के बाद उसकी दोस्ती फेसबुक पर पाकिस्तान की एक महिला से हुई। महिला ने अपने को दुबई की रहने वाला बताया था। उसने कहा था कि हम पत्रकारों की तरह ही काम करते हैं आपको हमे सिर्फ जानकारी देनी है और इसके बदले में हम आपको सैलरी देंगे। इसके बाद सिपाही सुरेंद्र पाकिस्तानी एजेंट को मोबाइल व व्हाट्सऐप काल पर आर्मी से जुड़ी गुप्त सूचनाएं देने लगा। इसके बदले 2018 से अभी तक सुरेंद्र पाकिस्तानी एजेंसी से 65 से 70 हजार रुपए ले चुका है।
कैसे आया खुफिया एजेंसी के रडार पर
सिपाही सुरेंद्र के खाते में विदेश से कई बार रकम डाली गई थी। इसके बाद से सुरेंद्र कुमार खुफिया एजेंसियों के रडार पर आ गया। उस पर खुफिया एजेंसी नजर रखे हुए थी। मामले में संदिग्ध नजर आने पर इंटेलिजेंस ब्यूरो व गुड़गांव एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए जिला पुलिस को साथ लेकर गुरुवार को सुरेंद्र कुमार को लघु सचिवालय से गिरफ्तार कर उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया।