समाजवादी प्रतिनिधि मंडल ने बीएचयू ट्रामा सेंटर का किया दौरा
जिला प्रशासन एवं बीएचयू प्रशासन ने पीड़िता से मिलने में लगाया अड़ंगा
प्रतिनिधिमंडल ने पीड़िता के परिजनों को दिलाया इंसाफ़ का भरोसा
वाराणसी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री उ०प्र० मा० अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी का छः सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का पत्र जारी करते हुए निर्देश दिया था, आज प्रतिनिधिमंडल मूड़ादेव रोहनिया निवासी पीड़िता से मिलने ट्रामा सेंटर पहुंचा।
प्रतिनिधि मंडल में पूर्व मंत्री श्री सुरेंद्र सिंह पटेल, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी वाराणसी श्रीमती शालिनी यादव, सदस्य विधान परिषद आशुतोष सिन्हा, जिलाध्यक्ष चंदौली सत्यनारायण राजभर, पूर्व जिला महासचिव वाराणसी डॉ.रमेश राजभर, जिलाध्यक्ष वाराणसी सुजीत यादव लक्कड़ सम्मिलित थे।
सपा प्रतिनिधिमंडल को जिला प्रशासन एवं बीएचयू प्रशासन ने पीड़िता से मिलने से रोक दिया जिससे सपाई आक्रोशीत हो गए व प्रतिनधिमंडल ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सिर्फ एक सदस्य शालिनी यादव से पीड़िता की मुलाकात कराने हेतु निवेदन किया परंतु प्रशासन के लोगों ने इससे भी इंकार कर दिया परन्तु सपाई अपनी मांग पर अड़े रहे। अस्पताल के बाहर पुलिस व सपाइयों मे बहस चलती रही सपा जिलाध्यक्ष सुजित यादव लक्कड़ ने धरने पर बैठने का एलान कर दिया जिससे पुलिस के हाथ पांव फुल गए। जिलाध्यक्ष सुजित यादव के एलान करते ही भारी संख्या मे सपा कार्यकर्ता एकत्रित हो गए।
सपा जिलाध्यक्ष सुजित यादव एवं महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने सपा कार्यकर्ताओं के साथ बीएचयू ट्रामा सेंटर के बाहर गेट पर धरने पर बैठ गए, लगभग 2 घंटे धरना देने के पश्चात जिला प्रशासन ने प्रतिनिधि मंडल से पीड़िता की मुलाकात करवाई।
सपा जिलाध्यक्ष सुजित यादव व प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रशासन के लोगों से जब यह सवाल पूछा कि पीड़िता एवं उसके परिजन जब बलात्कार का आरोप लगा रहे हैं तो मामूली मारपीट की धाराओं में मुकदमा क्यों पंजीकृत किया गया है जिस पर प्रशासन के लोगों ने चुप्पी साध लिया।
स्पष्ट है कि आरोपियों को बचाने के लिए सत्ता पक्ष के इशारे पर प्रशासन द्वारा गरीब समाज की पीड़िता के साथ यह अन्याय पूर्ण कार्यवाही की जा रही है, जिसका समाजवादी पार्टी हर स्तर पर विरोध करती है।
सपा महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने कहा कि पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अखिलेश यादव जी के समक्ष समस्त तथ्यों को रखकर इसकी उच्च स्तरीय जांच कराने एवं वैधानिक कार्रवाई कराने का निवेदन करेगी।
प्रतिनिधिमंडल एवं धरनें पर बैठे मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष सुजित यादव लक्कड़ , महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा, चंदौली जिला महासचिव नफीस अहमद, पिछड़ा वर्ग आयोग उत्तर प्रदेश के पूर्व सदस्य लालता बियार, चंदशेखर यादव, सुदामा यादव, पूजा यादव, रेखा पाल, मधु यादव, लालमन राजभर, जियालाल राजभर, उमेश राजभर, राज बहादुर पटेल, अश्वनी सोनकर, पंकज राजभर, सुलाब राजभर, संजय राजभर, मोनू राजभर, महानगर उपाध्यक्ष विजय मौर्या डब्लू, विकास श्रीवास्तव, धर्मेंद्र कनौजिया, दिलीप कश्यप, आशीष शर्मा, विवेक यादव, मनीष सिंह एडवोकेट, मोती लाल यादव, हारुन अंसारी, संजय यादव, मानसिंह राजभर, ज्वाला प्रसाद राजभर, अजीत सोनकर, गुरुदयाल राजभर इत्यादि की प्रमुख उपस्थिति थी।