वाराणसी। जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण में जहां एक ओर रोजाना कमी आ रही है, वहीं ब्लैक फंगस चिंता बढ़ा रहा है। BHU अस्पताल प्रशासन के अनुसार गुरुवार की सुबह तक ब्लैक फंगस से पीड़ित 110 मरीज भर्ती हैं। अब तक इस बीमारी के कारण BHU अस्पताल में 24 मरीजों की जान जा चुकी है और 4 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। BHU प्रशासन ने कहा, रोजाना पूर्वांचल के अलग-अलग जिलों से ब्लैक फंगस से पीड़ित औसतन 5 से 7 मरीज आ रहे हैं।
जिले में अस्पतालों के 2024 बेड खाली
वाराणसी के इंटीग्रेटेड कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के अनुसार जिले के सरकारी और निजी अस्पतालों में 2,414 एल-2 और एल-3 बेड हैं। गुरुवार की सुबह इनमें से 2,024 बेड खाली थे। सीएमओ डॉ. वीबी सिंह ने कहा कि यह एक बड़ी राहत है। बुधवार को जिले में सिर्फ 39 कोरोना पॉजिटिव मिले थे और किसी की मौत नहीं हुई थी। कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से कम हुआ है और लोग भी अब सजगता बरत रहे हैं। बाजारों में अनावश्यक भीड़ न लगे और लोग मास्क पहन कर ही घर से बाहर निकलें। सभी लोग वैक्सीन लगवा लें। जन सहयोग से हम कोरोना की संभावित तीसरी लहर से भी पार पा लेंगे।
अब बच्चों पर फोकस, रोजाना ज्यादा से ज्यादा टेस्ट पर ध्यान
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि वैक्सीनेशन के साथ ही अब हमारा फोकस बच्चों पर है। जिले के सभी लोगों से अपील है कि उनके घर के 18 वर्ष तक की आयु के बच्चे की तबीयत खराब हो तो उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाएं। चिकित्सकीय परामर्श के साथ ही एहतियातन बच्चे का आरटीपीसीआर टेस्ट कराएं। जितनी ज्यादा जांच होगी हमारे पास उतनी अधिक केस स्टडी होगी। केस स्टडी कर हमारे 14 विशेषज्ञ डॉक्टरों का पैनल कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए हमें सुझाव देगा।