सुल्तानपुर। मानसिक विक्षिप्त युवक को अराजकतत्वों ने महज इस बात पर तालिबानी सजा दे डाला क्योंकि उसने एक गाड़ी पड़ ईंट फेंक दिया, जिससे कांच टूट गया था। हैरत की बात ये है कि पुलिस ने हैवानों के चंगुल से युवक को तो बचा लिया लेकिन आरोपियों पर कार्यवाही से कतरा रही है। मानवता को शर्मसार करने वाली ये तस्वीर यूपी के सुलतानपुर जिले की है।
जानकारी के अनुसार, घटना जिले के लंभुआ कोतवाली क्षेत्र के भदैया कस्बे की है। बताया जा रहा कि मानसिक विक्षिप्त शुभम सिंह (25) ने पहले अंडे के एक ठेले पर कुछ अंडे तोड़े। फिर आगे बढ़कर इसने एक गाड़ी पर ईंट चला दिया और गाड़ी का शीशा टूट गया। बस फिर क्या था लोगों का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया।
गाड़ी से उतर कर लोगों ने मानसिक विक्षिप्त शुभम को पहले खंभे से बांधकर जमकर पीटा, फिर दिल की आग ठंडी नही हुई तो उसे घसीटते हुए सड़क पर ले गए और खेत में पटक दिया। शुभम सभी से हाथ जोड़कर रहम की भीख मांगता रहा लेकिन किसी को उस पर तरस नही आया। किसी तरह पुलिस ने आकर उसकी जान बचाई।
अमेठी का रहने वाला है पीड़ित
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शुभम (25) अमेठी जिले के अमेठी कोतवाली अंतर्गत शिलोखर नैनी गांव का निवासी है। पुलिस का ये भी कहना है कि, शुभम सड़क पर संदिग्ध अवस्था में घूम रहा था, और लोगों को परेशान कर रहा था। उसे समझा बुझाकर लाया गया।
लंभुआ सीएचसी में उसका इलाज कराकर उसके परिजनों के बारे में जानकारी की गई। उसके बताने पर घर वालों को सूचित किया गया। चाचा शंकर लाल सिंह उसे लेने आए तो उनके सुपुर्द किया गया। अगर तहरीर मिली तो मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
बता दें कि इस मामले में सांसद मेनका गांधी के प्रतिनिधि रणजीत सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। उन्होंने बताया की वीडियो में अराजकतत्वों की क्रूरता को देख पुलिस से विधिक कार्यवाही के लिए बात की गई है। जो भी दोषी हैं वो किसी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे।