पटना। पटना डाकबंगला चौराहा पर लोकनायक जयप्रकाश भवन में भयानक आग लग गई। आग इस बिल्डिंग के 5वें फ्लोर पर लगी, जिस पर इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की ऑफिस है। इसी ऑफिस से आग लगने की शुरुआत मंगलवार की देर रात हुई, जो बुधवार की सुबह तक जलती रही। रात से लेकर सुबह होने के बाद भी फायर ब्रिगेड की टीम को आग पर काबू पाने में घंटों पसीने बहाने पड़े, उन्हें 8 घंटे से अधिक देरी तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। आग लगने की इस घटना ने जबरदस्त हड़कंप मचा दिया। यही कारण है कि इस मामले की जांच करने और खुद से देखने के लिए होमगार्ड और फायर सर्विसेंज की DG शोभा अहोटकर भी मौके पर पहुंच गईं थीं। इनके साथ DIG भी आए थे। DIG के अनुसार आग कैसे लगी? इस कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। वैसे शहरों में आग लगने की अधिकांश घटनाएं शॉट सर्किट की वजह से होती है। वजह जानने के लिए फिलहाल जांच चल रही है। इससे नुकसान क्या हुआ है और कितने का है? इस बारे में भी पता लगाया जा रहा है। आग पर काबू पाने के लिए हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म को मंगाया गया था। कुल 14 युनिट फायर ब्रिगेड की गाड़ियां ऑन स्पॉट थीं। देर रात 1 बजे से लेकर फायर फाइटिंग सुबह होने के बाद भी जारी रही। हालांकि, धुआं उपर के फ्लोर से भी काफी देर तक निकल रहा था।
सिक्योरिटी गार्ड के उड़ गए थे होश
बिल्डिंग में आग लगी है, इस बात का पता सबसे पहले रात में ड्यूटी कर रहे सिक्योरिटी गार्ड को चला। उसकी ही नजर 5वें फ्लोर पर निकल रहे धुआं और आग की लपटों पर पड़ी। वो तेजी से भागते हुए बिल्डिंग के बाहर निकला। इसके बाद वो चौराहा पर गया। वहां पर पहले से कोतवाली थाना की 3 नंबर पेट्रोलिंग गाड़ी खड़ी थी। वहां मौजूद पुलिस टीम को उसने जानकारी दी। तब पुलिस ने सबसे पहले वायरलेस पर मैसेज किया। अपने सीनियर्स के साथ ही फायर ब्रिगेड की टीम को जानकारी दी। उसके कुछ देर बाद ही फायर ब्रिगेड की टीम वहां पहुंच गई। साथ में बिजली विभाग की टीम आई। सबसे पहले बिल्डिंग के बिजली के कनेक्शन को काटा गया। इसके बाद फायर ब्रिगेड की टीम ने अपना ऑपरेशन शुरू किया। अब फायर अफसरों की जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि आग कैसे लगी? नुकसान कितने का हुआ?