लखनऊ। धर्मांतरण प्रकरण में जल्द ही NIA जुड़ सकती है। अब तक ATS की जांच में सामने आया है कि धर्मांतरण प्रकरण की जड़ें न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि छह अन्य राज्यों में फैली है। इस प्रकरण का मुख्य किरदार दिल्ली के जामिया नगर में है। विदेशी फंडिंग के इनपुट्स मिलने के बाद केंद्रीय एजेंसियां अलर्ट हैं। आज दोपहर से ATS एक बार फिर मौलाना जहांगीर और उमर गौतम से पूछताछ शुरू करेगी। ATS ने दोनों मौलानाओं को 7 दिन के रिमांड पर लिया है।
अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि धर्मांतरण के आरोपियों पर रासुका और संपत्ति जप्त करने की कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा धर्मांतरण का मामला यूपी समय 6 राज्यों से जुड़ा हुआ है। ऐसे में इस पूरे मामले पर एनआईए की भी नजर है। साथ ही विदेशों में हुई फंडिंग को लेकर केंद्रीय एजेंसियों सक्रिय हो गई है। इसलिए आने वाले समय में NIA को इस मामले की जांच सौंपी जा सकती है।
ATS के हाथ लगा उमर का नया वीडियो
छानबीन के दौरान ATS के हाथ उमर गौतम के दो नए वीडियो मिले हैं। जिसमें मोहम्मद उमर गौतम ने कहा, 18 बार तो वह केवल इंग्लैंड ही गया है। उमर ने कहा जहां यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करता था वहां पर 7 लोगों को धर्मांतरण कराया। उसमें उसका एक मित्र गोरखपुर का भी था। वह 4 बार अमेरिका और अफ्रीका समेत कई देशों में वह कई बार जा चुका है। मोहम्मद उमर ने स्वीकार किया इस्लामिक दिल्ली सेंटर से करीब एक हजार से ज्यादा सर्टिफिकेट जारी किए गए हैं। पोलैंड, पुर्तगाल, जर्मनी, सिंगापुर, अमेरिका से इंग्लैंड से कितने अन्य देशों से आकर अपना सर्टिफिकेट बनवाया। मैरिज सर्टिफिकेट बना। कोर्ट मैरिज तक करवाया गया। यह सिलसिला लगातार जारी है।
महीने में औसतन 15 से ज्यादा लोगों का धर्मांतरण होता था
वीडियो में खुद उमर गौतम का दावा है कि इस्लामिक दावा सेंटर जामिया, दिल्ली में उसने करीब 1000 लोगो के धर्मान्तरण सम्बन्धी डॉक्यूमेंट जारी किए हैं। इस्लामिक दावा सेंटर में महीने में औसत 15 से ज्यादा लोगो का धर्मांतरण डॉक्यूमेंट जारी किया जाता है। उसने बताया कि इस्लामिक दावा सेंटर के जरिए इंग्लैण्ड, सिंगापुर, पोलैंड तक में धर्मांतरण का काम होता है। लोगों के इस्लाम कबूल करने से अल्लाह का काम हो रहा है।