मेरठ। टोक्यो ओलिंपिक में अभी एक और पदक भारत की झोली में आ सकता है। मेरठ की बेटी और इंटरनेशनल एथलीट प्रियंका गोस्वामी यूपी से ओलिंपिक में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों में आखिरी खिलाड़ी हैं। प्रियंका आज यानी 6 अगस्त को ओलिंपिक के 20 किलोमीटर पैदल चाल मुकाबले में हिस्सा लेंगी।
मेरठ में माधवपुरम की प्रियंका ने रांची में 20 किलोमीटर की वॉक 1:28:45 घंटे में पूरा कर नया रिकॉर्ड बनाया था। साथ ही ओलिंपिक के लिए चुनी गईं। पिछले साल राजस्थान की एथलीट भावना जाट ने 20 किलोमीटर की पैदल चाल 1:29:54 घंटे में पूरी की थी। प्रियंका ने भावना जाट के रिकार्ड को ब्रेक किया था।
लंगर खाकर गुजारे दिन आज देश को दिला सकती हैं सोना
मूलत: मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना के सागड़ी गांव में जन्मीं प्रियंका का जीवन संघर्षों से भरा रहा। पिता मदनपाल गोस्वामी बताते हैं कि बेटी ने यहां तक पहुंचने के लिए बहुत संघर्ष किया है। बचपन से उसे खेलना पसंद था। खिलाड़ियों का बैग (किट) देखकर उसी बैग को लेने की जिद करती थी। आर्थिक हालात खराब होने के कारण उसकी मांग पूरी नहीं कर सकता था। उस बैग को हासिल करने के लिए बेटी ने खेलना शुरू किया। आज उसकी मेहनत से घर पदक से भरा है।
आज पूरा देश बेटी की जीत के लिए प्रार्थना कर रहा है, उम्मीद है वो सफल होगी। मां अनीता गोस्वामी बेटी की जीत के लिए प्रार्थना कर रही हैं। कनोहर लाल, बीके माहेश्वरी स्कूल से शिक्षा के बाद प्रियंका ने पटियाला से बीए किया। पिता 4 हजार रुपए भेजते थे जिससे गुजारा नहीं होता था तो प्रियंका एक वक्त का खाना गुरुद्वारे में लंगर में खाती थी। प्रियंका का छोटा भाई कपिल बॉक्सिंग में प्रदेश स्तर तक खेला है।