वाराणसी। चैत्र नवरात्र की प्रतिपदा पर मां दुर्गा के अराधना का पर्व मंगलवार से शुरू हो गया है। अलईपुरा स्थित शैलपुत्री देवी के मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ी है। शैलराज हिमालय की पुत्री होने के कारण मां को शैलपुत्री कहा गया है। कोरोना की वजह से भक्तों को कई तरह की पाबंदियां झेलनी पड़ रही है। पूजा के दौरान भक्तों ने मां शैलपुत्री से जल्द ही इस महामारी से मुक्ति की कामना की।
सुबह से भक्तों की लंबी कतार
शैलपुत्री मंदिर महंत बच्चे लाल गोस्वामी ने बताया कि कोरोना के चलते बार बार अनाउंस किया जा रहा है कि मास्क लगाकर ही आये। दो गज की दूरी बनाकर रखे। दर्शन करने के बाद मंदिर परिसर में न रुके। मान्यता है कि मां शैलपुत्री ने अलईपुरा में ही काशी की परिक्रमा को समाप्त किया था। मां को नारियल और लाल अड़हुल का फूल बहुत पसंद हैं। दाहिने हाथ मे त्रिशूल, बाएं हाथ में कमल पुष्प हैं। माना जाता है कि यहां दर्शन करने से वैवाहिक कष्टों से मुक्ति मिलती है।
मौत का आंकड़ा 402 तक पहुंचा
जिले में सोमवार को 1347 नए संक्रमित मिले हैं। नए संक्रमितों के मिलने के बाद कुल पॉजिटिव केस की संख्या बढ़कर 31,088 हो गई। अब तक 22,920 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। 402 लोगों की मौत भी हुई है। जिले के चार सरकारी और नौ निजी चिकित्सालय आरक्षित हैं। वहीं 26 थाना क्षेत्रों में जोनल, सेक्टर मजिस्ट्रेटों के साथ पुलिस की 104 टीमें गठित की गयी हैं, जो कोविड नियंत्रण को लेकर काम करेंगी।