वैशाखी पूर्णिमा पर गंगा घाटों पर
नमामि गंगे की अपील ” न करें ढिलाई मास्क में है भलाई ” बांटे गए मास्क ”
वैशाखी पूर्णिमा पर नमामि गंगे ने आवाह्न किया कि देश की पवित्र और सबसे बड़ी नदी गंगा की निर्मल धारा बरकरार रखने के लिए अविरलता जरूरी है । दशाश्वमेध घाट पर गंगा में उतराई काई और अन्य सामग्रियों को टीम के अन्य सदस्यों के साथ साफ कर संयोजक राजेश शुक्ला ने विगत दो-चार दिनों से अस्सी से राजघाट तक गंगा में फैली काई का हवाला देते हुए राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन से अपील की है कि गंगा के प्रवाह को निरंतर बनाए रखा जाए । राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, नई दिल्ली को व्हाट्सएप व ईमेल के माध्यम से गुहार लगाई गई है । काशी की आत्मा गंगा के लिए गुहार लगाते हुए गंगा सेवक राजेश शुक्ला ने कहा कि गंगा की अविरलता प्रकृति, पर्यावरण व राष्ट्र से जुड़ा मुद्दा है, इसे कायम रखने के लिए गंगा में एक निश्चित मात्रा में प्रवाह होना अति आवश्यक है । बताया कि गंगा घाटों को छोड़ रही हैं । गर्मी के शुरुआती दौर में ही गंगा का इस कदर घट जाना चिंतनीय विषय है । पिछली गर्मियों में इस मौसम में गंगा में जल की कमी नहीं थी । वर्तमान में जल की कमी होने की वजह से गंगा में कई जगह टीले उभर आएं हैं और काई जम रही है । स्वस्थ नदी तंत्र की आवश्यकता अविरल प्रवाह होती है । कहा की नमामि गंगे मिशन का उद्देश्य गंगा नदी की स्वच्छता के साथ-साथ समूचे गंगीय बेल्ट के क्षेत्रों में अर्थव्यवस्था और पर्यावरण का विकास भी है। नमामि गंगे उद्देश्य की पूर्ति गंगा की अविरलता में भी निहित है । वैशाखी पूर्णिमा पर दशाश्वमेध , राजेंद्र प्रसाद ,अहिल्याबाई, मुंशी और दरभंगा घाट पर नमामि गंगे की ओर से मास्क का वितरण किया गया । गंगा स्नान के लिए उपस्थित स्नानार्थियों, पुरोहितों, नाविकों एवं पूजन सामग्री विक्रेताओं को संयोजक राजेश शुक्ला ने लाउडस्पीकर से बताया कि कोरोना से बचाव के लिए मास्क अनिवार्य है ” न करें ढिलाई मास्क में है भलाई ” । आयोजन में प्रमुख रूप से शिवम अग्रहरी, रामप्रकाश जायसवाल, सारिका गुप्ता, घनश्याम गुप्ता, सोनू, सारिका सिन्हा , पारुल गुप्ता आदि उपस्थित रहे ।
राजेश शुक्ला गंगा सेवक संयोजक नमामि गंगे/ सह संयोजक गंगा विचार मंच काशी प्रांत, सदस्य जिला गंगा समिति वाराणसी, ब्रांड अंबेसडर ( स्वच्छता दूत ) नगर निगम वाराणसी