वाराणसी। BHU के सर सुंदरलाल अस्पताल पर लगातार उठ रहे सवाल और शिकायतों के बीच चिकित्सा अधीक्षक (MS) प्रो. एसके माथुर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद प्रभारी कुलपति प्रो. वीके शुक्ला ने अगले आदेश तक मेडिसिन डिपार्टमेंट के प्रो. केके गुप्ता को MS पद की जिम्मेदारी सौंपी है। दरअसल, बेड, ऑक्सीजन और जरुरी मेडिकल सेवाओं के लिए कोविड मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ता था। DM कौशल राज शर्मा ने BHU प्रशासन के खिलाफ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को रिपोर्ट भेजी थी। माना जा रहा है कि इसी के चलते प्रोफेसर माथुर ने इस्तीफा दिया है।
BHU अस्पताल की लगातार आ रही शिकायतों से हाल ही में डीएम कौशल राज शर्मा ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को अवगत कराया था। डीएम का कहना था कि रोजाना कोरोना संक्रमित मरीजों के तीमारदार BHU अस्पताल में लापरवाही की शिकायत कर रहे हैं। मरीजों को बेड, उपचार और ऑक्सीजन सिलिंडर की उपलब्धता में भी रोजाना लापरवाही की बात सामने आ रही है।
प्रशासन और अस्पताल के बीच समन्वय भी नहीं
इसके अलावा BHU अस्पताल पर स्थानीय स्तर पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के साथ सही तरीके से समन्वय स्थापित न करने की बात भी लगातार सामने आ रही थी। माना जा रहा है कि यही सब देखते हुए प्रो. माथुर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि इस संबंध में बात करने पर प्रो. माथुर से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कॉल नहीं रिसीव की। उधर, प्रो. केके गुप्ता ने बताया कि उन्हें प्रभारी कुलपति की ओर से जारी किया गया पत्र मिल गया है।