लखनऊ- उत्तर प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए रूस की स्पूतनिक (Sputnik) और गुजरात की जायडस कैडिला (zydusCadila) दो बड़ी फार्मा कंपनियां वैक्सीन उपलब्ध करना चाहती हैं। योगी सरकार द्वारा जारी ग्लोबल टेंडर के लिए दोनों कंपनियों की तरफ से प्रस्ताव आ चुके हैं। सरकार ने 40 मिलियन यानी 4 करोड़ सिंगल डोज के लिए 7 मई को ग्लोबल टेंडर निकाला था।
यूपी के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी नवनीत सहगल ने बताया कि इस टेंडर में सिर्फ उन्हीं कंपनियों का चयन किया जा सकता है, जिनकी वैक्सीन को भारत में मंजूरी मिल गई है या फिर आने वाले दिनों में मिलने के आसार हों। प्रदेश सरकार ने 40 मिलियन डोज यानी कि 4 करोड़ डोज के लिए ग्लोबल टेंडर जारी कर दिया है। उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन की ओर से ये टेंडर जारी किया गया है।
टेंडर ऑनलाइन जमा करने की अंतिम तारीख 21 मई
योगी सरकार ने ग्लोबल टेंडर 7 मई को जारी कर दिया था। ऑनलाइन टेंडर अपलोड करने की अंतिम तारीख 21 मई है। टेंडर खुलने के बाद वैक्सीन के रेट का पता लगेगा। लेकिन सरकार का अनुमान है कि खरीद पर करीब 8 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे। लेकिन सरकार सभी को निशुल्क वैक्सीन लगवाएगी। उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाईज कारपोरेशन की प्रबंध निदेशक कंचन वर्मा ने बताया कि वैक्सीन की जल्द से जल्द आपूर्ति के लिए हम केंद्र सरकार और निर्माता कंपनियों के साथ लगातार संपर्क में हैं।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने योगी सरकार द्वारा वैक्सीनेशन के लिए ग्लोबल टेंडर की प्रक्रिया पर आपत्ति जताई थी। हाईकोर्ट ने कहा था- प्रदेश सरकार ग्लोबल टेंडर प्रक्रिया में अपना समय बर्बाद न करें। इस प्रक्रिया में समय लगाने से बेहतर है कि लोगों का वैक्सीनेशन किया जाए तो बेहतर होगा। सरकार को चाहिए कि 3 से 4 महीने के भीतर पूरे प्रदेश में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया पूरी हो जाए। एक जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने यह टिप्पणी की थी।