ऋषिकेश। शांभवी पीठाधीश्वर व शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष पूज्य स्वामी आनंद स्वरूप जी महाराज ने कहा है कि यह बड़े दुख की बात है की एक तरफ तो विदेशी लोग हिंदू धर्म को अपना रहे हैं जबकि दूसरी ओर भारतीय लोग इससे दूर होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस गंभीर समस्या को देखते हुए भी हिंदू अगर सजग नहीं हुए तो उनके बुरे दिन तय है।
उक्त विचार पूज्य स्वामी आनंद स्वरूप जी महाराज ने ऋषिकेश स्थित योगालय आश्रम मैं व्यक्त किया। ऋषिकेश स्थित योग आश्रम एक ऐसा आश्रम है जहां से स्पेन के मूल निवासी स्वामी शंकर चैतन्य जी हिंदू धर्म के प्रचार प्रसार में दिन रात एक किए हुए हैं। यहां से वह पूरी दुनिया में हिंदू धर्म का प्रचार कर रहे हैं। योगालयआश्रम पहुंचे स्वामी आनंद स्वरूप जी महाराज ने स्वामी शंकर चैतन्य के इस कार्य की जमकर सराहना की। स्वामी आनंद स्वरूप जी महाराज ने कहा कि आज बेहद दुखद पक्ष यह है कि लोग अपने आपको हिंदू तो बताते हैं लेकिन जब उनसे यह पूछा जाए कि क्या आपने शिखा रखा है और यगोपवित पहना है? तो ऐसे लोगों के पास कोई जवाब नहीं होता। उन्होंने कहा कि दुखद पक्ष यह भी है कि लोगों ने संध्या वंदना प्रातः वंदना भी बंद कर दी है। आज यही कारण है की लोग हिंदू धर्म से दूर होते जा रहे हैं।
स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने कहा कि इसका ही खामियाजा देश भुगत रहा है। गंभीर स्थिति यहां तक आ चुकी है कि देश के 9 राज्यों में हिंदू अल्पसंख्यक हो चुके हैं। उन्होंने कहा ऐसी ही स्थितियों का खामियाजा बंगाल के हिंदू भुगत रहे हैं। वहां उन्हें हर रोज प्रताड़ित किया जा रहा है। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात तो दूर रहे बंगाल की सरकार उन्हें संरक्षण प्रदान कर रही हैं। यह सब वोट बैंक की राजनीति के चलते हो रहा है उन्होंने कहा कि अगर बंगाल में हिंदुओं का दमन इसी तरीके से होता रहा तो इसके खिलाफ शंकराचार्य परिषद खुद मोर्चा संभालेगा।