नई दिल्ली- पालघर हत्याकांड को आज एक वर्ष पूरे हो गये. इस वारदात को करने वाले हत्यारों को तो सजा नहीं मिली लेकिन हिंसा की ऐसी घटनाओं के प्रति समाज को जागरूक करने के लिए सुप्रसिद्ध अभिनेता पुनीत इस्सर व उनके पुत्र सिद्धांत के नेतृत्व में बनी फिल्म “संघार” आज रिलीज हो गई.
पालघर में दो संतों की निर्मम हत्या पर बनी इस फिल्म में अभिनेता पुनीत इस्सर ने स्वामी का पात्र निभाया हें. सनातन धर्म के विचारों व गो हत्या न करने का संदेश दर्शाती इस फिल्म में के बारे में अभिनेता पुनीत इस्सर का कहना हें कि फिल्मों में हिन्दू धर्म के साथ मजाक किया जाता है जिसके मैं खिलाफ हूँ। अक्सर फ़िल्म में सिख, क्रिश्चियन को गलत, जबकि मुस्लिम किरदार में अच्छा दिखाया जाता है, जैसे केदारनाथ फ़िल्म में दिखाया है। पुनीत इस्सर ने कहा कि हमारे देवी-देवताओं का मजाक, उनकी तस्वीर फ़िल्म में दिखा देते हैं, हिन्दू गुरुओं का मजाक बनाया जाता है जिस पर मुझे आपत्ति है।
उन्होंने कहा कि बेटे सिद्धांत के विचार पर ‘ संहार -द नरसंहार ‘ बहुत ही आकर्षित तरह से फ़िल्म बनाई गई है।
पूज्य स्वामी आनंद स्वरूप जी महाराज के प्रति जताया आभार
महाभारत में दुर्योधन की भूमिका निभाने वाले व सुप्रसिद्ध अभिनेता पुनीत इस्सर ने फिल्म संघार के रिलीज होने पर शांभवी पीठाधीश्वर व शंकराचार्य परिषद के सर्व पति पूज्य स्वामी आनंद स्वरूप जी महाराज के प्रति आभार जताया है इस संबंध में पूज्य स्वामी आनंद स्वरूप जी को भेजे गए एक पत्र में पुनीत इस्सर ने कहा है की
आदरणीय आनंद स्वरूप जी महाराज
चरण स्पर्श स्वामी जी
आपके आशीर्वाद से आज हमारी शॉर्ट फिल्म संघार रिलीज हुई है.
हमारा सपना आपके सपोर्ट के बिना पूरा नहीं होता मैं और सिद्धांत आपके आभारी हैं। इस देश के हर हिंदू को, यह शॉर्ट फिल्म देखनी चाहिए।
प्रणाम स्वामी जी जय श्री राम 🙏🙏जय भारत 🙏🙏🙏जय भारतीय 🙏🙏🙏🙏 हर हर महादेव 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
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