नई दिल्ली। सुप्रसिद्ध लेखक डॉ अरुण प्रकाश ने शुक्रवार को अपनी नई पुस्तक ‘गांधी के राम’ को शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप जी महाराज को भेंट किया। इस अवसर पर स्वामी आनंद स्वरूप जी महाराज ने कहा कि भारत की आत्मा को समझने और जीने वाले महात्मा गांधी जी मेरे सबसे प्रिय व्यक्तित्व हैं। मेरे मन में उनके लिए अथाह सम्मान है। उनके सद्कार्यों का ही उत्तराधिकार हमें मिला है, और हिन्दू राष्ट्र उनके ‘धर्मराज्य’ की अवधारणा का ही विस्तृत रूप है।
उन्होंने कहा कि जीवनभर उपनिषदीय मूल्यों को जीने वाले महात्मा गांधी रामवादी नीतियों और धार्मिक अनुशासन के अनुरूप शासन व्यवस्था की मांग करने वाले पहले नेता थे। महात्मा जी की रामास्था व रामनुराग पर लिखी गई यह पुस्तक ‘ गांधी के राम’ प्राप्त कर प्रसन्नता हुई। पुस्तक के लेखक डॉ. अरुण प्रकाश को आर्शीवाद देते हुए कहा कि अरुण युगानुकूल गुरुकुल श्रृंखला स्थापित करने की अद्भुत पहल कर रहे हैं, इसके लिए भी अनेक शुभकामनाएं हैं।