प्रयागराज। जिले में गंगा-यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इसके चलते नदी किनारे दफन लाशें ऊपर आने लगी हैं। महज 58 दिन में फाफामऊ घाट के पास गंगा किनारे दफन 368 लाशें मिल चुकी हैं। प्रयागराज नगर निगम लगातार इन शवों का हिंदू रीति-रिवाज के साथ अंतिम संस्कार करवा रहा है। रविवार देर शाम 11 शवों का अंतिम संस्कार कराया गया। सोमवार की सुबह भी दो शव बाहर आए हैं।
मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने 4 जून को खुद कई लाशों को मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार किया था। ये सिलसिला तभी से जारी है। अब 7 अगस्त को नगर निगम ने सभी मृतकों की आत्मा की शांति के लिए सामूहिक तेरहवीं का आयोजन कराने का फैसला लिया है।
बाढ़ की स्थिति, डूबे सारे टापू
गंगा में जलस्तर बढ़ने से आस-पास के इलाकों में बाढ़ की स्थिति है। शवों के दफन करने से घाट के आस-पास कई जगह टापू बन गए थे। वे सब डूब गए हैं। जहां ऊंचाई वाला क्षेत्र है वहां कटान के कारण शव रेत से ऊपर आ गए हैं। नगर निगम की निगरानी टीम इन शवों को गंगा के पानी से निकाल-निकाल कर दाह संस्कार कर रही है। गुरुवार-शुक्रवार को एक साथ 65 शवों के ऊपर आ जाने के कारण दाह संस्कार का कार्य रात 12 बजे तक करना पड़ा।
13 वेदपाठी करेंगे शांति पाठ
सात अगस्त को 13 वेदापाठी ब्राह्मण गंगा किनारे शांति पाठ करेंगे। इसके बाद हवन होगा, जिसमें महापौर अभिलाषा गुप्ता व नगर आयुक्त शामिल होंगे। इसके बाद ब्रह्मणों को दान-दक्षिणा दिया जाएगा।